अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को यूरेनियम के संवर्धन में वृद्धि करने के ऐलान पर चेतावनी दी है लेकिन संभावनाए बरक़रार है कि राष्ट्रपति हसन रूहानी के सातम मुलाकात के लिए अमेरिका प्रतिबंधों में रियायत बरत सकता है। ईरानी नेता हसन रूहानी के साथ बैठक के लिए प्रतिबंधों में रियायत पर ट्रम्प ने कहा कि “हम देखते हैं कि क्या होता है, ईरान द्वारा यूरेनियम के संवर्धन में इजाफा बेहद खतरनाक होगा।”
ईरान के लिए समझौता मजबूरी
ट्रम्प ने कहा कि “ईरान समझौता करना पसंद करेगा क्योंकि वे बेहद वित्तीय समस्याओं से गुजर रहे हैं और प्रतिबन्ध दिन प्रतिदिन सख्त और कठोर होते जा रहे हैं। हम ईरान को परमाणु हथियार से लैस नहीं होने देंगे और उनके पास कभी परमाणु हथियार नहीं होगा।”
उन्होंने कहा कि “अगर वह संवर्धन के बारे में सोच रहे है तो वे इसके बारे में भूल सकते हैं क्योंकि यह करना उनके लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। बहुत बहुत खतरनाक, ठीक है?” रूहानी ने ट्रम्प के साथ मुलाकात करने से इनकार कर दिया है और कहा कि इससे पूर्व वांशिगटन को थोपे गए सभी प्रतिबंधो को हटाना होगा।
रूहानी का वार्ता से इंकार
रूहानी ने बुधवार को कहा कि “अमेरिकियों को समझना होगा कि युद्ध से प्रेम और युद्धोतेजना उनके पक्ष में कार्य नहीं करेगी। दोनों को खत्म करना चाहिए। दुश्मन ने हम पर अधिकतम दबाव बना रखा है। हमारी प्रतिक्रिया विरोध और मुकाबला करने की होगी।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका को साल 2015 की परमाणु संधि से बाहर निकाल लिया था और तेहरान पर सभी प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ओजोहं बोल्टन को बर्खास्त कर दिया था।
उन्होंने कहा कि “मेरे ख्याल से ईरान के समक्ष अद्भुत प्रतिभा है। वे अतुल्य लोग है। हम सरकार के बदलाव की तरफ नहीं देख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि हम एक समझौता करेगे। अगर हम समझौता नहीं कर सके तो भी ठीक है।”