अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रीय आपातकाल का ऐलान करने के लिए प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करेंगे। वह मेक्सिको-अमेरिकी सीमा पर अवैध प्रवासन को रोकने के लिए एक मज़बूत दीवार के निर्माण के पक्ष में है। डोनाल्ड ट्रम्प ने दीवार के निर्माण के लिए 5.6 अरब डॉलर की रकम की मांग की थी। उन्होंने कहा कि यह मुल्क की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।
डोनाल्ड ट्रम्प का वादा
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सांडर्स ने बयान जारी का कहा कि “राष्ट्रपति ट्रम्प पूर्व में अपने कथन अनुसार सरकारी फंडिंग बिल पर हस्ताक्षर करेंगे, ताकि सीमा पर जारी हिंसक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने सीमा की सुरक्षा, दीवार के निर्माण और इस महान देश की रक्षा के लिए अपने प्रतिज्ञा को दोहराया है।
सीनेट में बहुमत के नेता मीच मोकोन्नेल ने कहा कि “मुझे डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करने का अवसर प्राप्त हुआ और मैं अपने सहकर्मियों कहना चाहूंगा कि वह इस मसौदे पाए दस्तखत करने को तैयार है। वह इसी वक्त राष्ट्रिय आपातकाल का ऐलान कर सकते हैं और मैं राष्ट्रीय आपातकाल के ऐलान का समर्थन करूँगा।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सांडर्स ने कहा कि “डेमोक्रेट्स कह रहे हैं वह इस मसौदे को अदालत में चुनौती देंगे, हम इसके लिए तैयार है लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। राष्ट्रपति अपनी नौकरी कर रहे हैं और डेमोक्रेट्स को अपना कार्य करना चाहिए।
आपातकाल राष्ट्रपति पद को गाली
सीनेट में डेमोक्रेट्स के नेता चक सचुमेर और अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने कहा कि “राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा एक गैरकानूनी कदम है, यह राष्ट्रपति पद के लिए अपशब्द होगा और यह इस तथ्य को छिपाने का प्रयास है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने वादा किया था कि दीवार के निर्माण के लिए मेक्सिको कीमत अदा करेगा।”
संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि यह आपातकाल नहीं राष्ट्रपति का भय है। यह राष्ट्रपति की एक और नकाम कोशिश है। उन्होंने कहा कि वह मेक्सिको को यकीन नहीं दिला पाए और अमेरिकी जनता व चयनित प्रतिनिधियों को इस महंगी और अप्रभावी दीवार के लिए कीमत चुकानी होगी। काँग्रेस अपने संवैधानिक विभागों का संरक्षण करेगी।
सांसद जेम्स इनहोफ़े ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प के समक्ष आपातकाल घोषित करने के आलावा कोई अन्य विकल्प मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि “जैसे मैंने कल सुना था, हमारी सेना ख़राब व्यवस्था और चुनातिपूर्ण हालातों का सामना कर रही है। दीवार के निर्माण की अनुमति देकर हम सेना को अधिक प्रभावहीन नहीं बना सकते हैं।”