वाशिंगटन/बीजिंग, 6 मई (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 200 अरब डॉलर की चीनी वस्तुओं के आयात पर शुल्क बढ़ाने की चेतावनी दी जाने के बावजूद चीन व्यापारिक वार्ता के लिए अपनी टीम वाशिंगटन भेजने की तैयारी कर रहा है। यह जानकारी सोमवार को यहां चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने दी।
डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ट्वीट के जरिए चीन को चेतावनी दी कि वह चीन से आयातित 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर आयात शुल्क शुक्रवार से 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर देंगे।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट में चेतावनी दी कि वह चीन से आयातित वस्तुओं पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर देंगे।
ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी है कि उनका प्रशासन चीन से आयातित करीब 500 अरब डॉलर की वस्तुओं पर आयात शुल्क लगा सकता है।
गेंग ने हालिया घटनाक्रम के संबंध में साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट अखबार को बताया, “कई बार अमेरिका ने आयात शुल्क बढ़ाने की धमकी दी है।”
उन्होंने कहा, “चीन का रुख स्पष्ट है और अमेरिका उससे अवगत है। हमारी व्यापारिक वार्ता प्रगति में है और उम्मीद है कि अमेरिका हमारे रुखों पर विचार करते हुए इस दिशा में बढ़ सकता है। इसलिए हमें करार में सफलता मिलने की उम्मीद है, जिससे दोनों पक्षों को फायदा मिल सकता है।”
उन्होंने कहा, “चीन समेत विदेशों में सबको अगले दौर की बातचीत को लेकर चिंता है और हमें हालिया बदलाव की भी जानकारी है। चीनी प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए अमेरिका जाने की तैयारी कर रहा है।”
उम्मीद की जा रही है कि 11वें दौर की वार्ता के लिए उपप्रधानमंत्री लियू के वाशिंगटन दौरे से व्यापारिक जंग को समाप्त करने की दिशा में करार होगा। पिछले करीब एक साल से दोनों देशों में छिड़ी व्यापारिक जंग से वैश्वि अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है।
साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट ने सूत्रों के हवाले से बताया कि लियू पूर्व कार्यक्रम से तीन दिन बाद गुरुवार को बीजिंग से प्रस्थान कर सकते हैं।
ट्रंप ने पिछले साल जुलाई और अगस्त में चीन से आयातित 50 अरब डॉलर की वस्तुओं पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया था। उसके बाद 200 अरब डॉलर की अतिरक्ति वस्तुओं पर सितंबर में 10 फीसदी आयात शुल्क लगाया था।
अर्जेटीना में दिसंबर में ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के बीच वार्ता के बाद आगे आयात शुल्क बढ़ाकर 25 फीसदी करने की समय-सीमा पर रोक लगा दी गई थी।