भारत और चीन के बीच चला रहे सीमा विवाद का कोई हल निकलता नज़र नहीं आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने चीन का दौरा करेंगे और विशेषज्ञों का कहना है कि मोदी और शी जिनपिंग के बीच अकेले में मुलाक़ात हो सकती है। इससे भारत और चीन के सम्बन्ध अच्छे होते दिख रहे हैं।
मोदी और शी के बीच होने वाली मुलाक़ात से डोकलाम विवाद का हल निकल सकता है। नरेंद्र मोदी चीन ब्रिक्स सम्मलेन में हिस्सा लेने जाएंगे। यह सम्मलेन 3 से 5 अगस्त तक चीन में होगा। इस सम्मलेन में भारत, चीन, ब्रासिल, रूस और दक्षिण अफ्रीका के लीडर मुलाक़ात करेंगे।
इसके आलावा चीन ने थाईलैंड, इंडोनेशिया, कजाकस्तान और इजिप्ट के नेताओं को भी बुलाया है। नरेंद्र मोदी जिनपिंग के आलावा रूस और ब्राज़ील के राष्ट्रपति से भी मुलाक़ात करेंगे। मोदी वहां भारत और अन्य देशों के बीच बढ़ते रिश्तों पर भी बातचीत करेंगे।
इन सबके अलावा इस दौरे का सबसे महत्वपूर्ण विषय रहेगा, डोकलाम विवाद का हल निकलना। चीन अभी तक भारत से बातचीत करने के लिए मना करता आ रहा है। ऐसे में यह देखना होगा कि मोदी और जिनपिंग क्या फैसला करेंगे?
भारत और चीन के बीच अरबों रूपए का व्यापार जारी है। ऐसे में युद्ध की सम्भावना बढ़ने से इस पर प्रभाव पड़ सकता है। भारतीय विशेषज्ञों के मुताबिक युद्ध की स्थिति में दोनों देशों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। भारत और चीन दोनों ही विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था माने जाते हैं।