रूसी राष्ट्रपति के नई दिल्ली आगमन पर पीएम मोदी से रक्षा क्षेत्र को मुद्दे पर खासा बातचीत हुई।
भारत और रूस कई रक्षा परियोजनाओं में साझा कार्य कर रहे हैं। रुसी सूत्रों के मुताबिक डीआरडीओ (डिफेन्स रिसर्च एंड डेवल्पमेंट ऑर्गेनाइजेशन) मे कार्यरत संधिग्द निशांत अग्रवाल पाकिस्तान के साथ ब्रह्मोस मिसाइल की सूचना साझा कर सकता है। इस सूचना के लीक होने से दोनों राष्ट्रों को नुक्सान उठाना पड़ सकता है। ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का निर्माण भारत और रूस मिलकर कर रहे हैं।
रूस ने कहा कि हमें भारतीय मित्र पर विश्वास है कि वह इस परियोजना की संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखेगा। रूस के सूत्रों के मुताबिक उन्हें ज्ञात नहीं है कि कौन सी जानकारी संधिग्द साझा कर सकता है।
रुसी आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मास्को को भारत को सुरक्षा सम्बन्धी उपकरण मुहैया करके प्रसन्नता की अनुभूति होगी। इस घटना से भारत और रूस के मज़बूत संबंधो पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा संधिग्द का पकड़ा जाना भारतीय सुरक्षा तंत्र की मज़बूती को दर्शाता है। उन्होंने दोहराया कि इस हादसे से दोनों राष़्ट्रों की रणनीतिक साझेदारी पर कोई संकट नहीं आएगा।
ब्रह्मोस भारत और रूस की साझेदारी से निर्माण हो रही दुनिया की सबसे तेज़ क्रूज मिसाइल है। बीते नवंबर में भारत की एयरफोर्स ने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान को सफलतापूर्वक लांच किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत रूस से 60 से 70 फीसदी उपकरणों को आयत करता है। रूस के हथियार और उपकरण भारत की आर्मी की अधिकतर जरूरतों की पूर्ती करते हैं।