CHINA’s ZERO COVID STRATEGY: 2019 के अंत में वुहान में कोविड -19 के फैलने के बाद से, चीन ने खुद को विश्व स्तर पर एक ऐसे देश के रूप में प्रस्तुत किया है जिसने एक सशक्त रणनीति के साथ महामारी को दूसरों की तुलना में बेहतर तरीके से संभाला व उस पर नियंत्रण रखा है, जिसे वह “डायनेमिक जीरो” कहता है। इस रणनीति में जल्द से जल्द किसी भी प्रकोप पर लगाम लगाने के लिए तैयार किए गए उच्च-स्तरीय उपायों की एक श्रृंखला बनाई गयी है।
इस उपायों के अंतर्गत इन में जबरन सामूहिक परीक्षण, लॉकडाउन लागू करना और अनिवार्य व्यापक QAURANTINE शामिल हैं। अनिवार्य TRACK AND TRACE APPS यह सुनिश्चित करते हैं कि निकट संपर्क पता लगाए जाएं और जल्दी से ISOLATE किये जाएं। चीनी सरकार यह दावा करती है कि इस नीति की बदौलत उसने कोविड -19 के 30 से अधिक प्रकोपों को नियंत्रित किया है। परन्तु गौर करने की बात यह है कि जान बचाने के लिए बनाई गई इस रणनीति में इंसानों पर पड़ने वाले असर की कोई परवाह नहीं है।
Millions of chinese people are living in covid quarantine camps now!
2022/1/9 pic.twitter.com/wO1cekQhps— Songpinganq (@songpinganq) January 9, 2022
चीनी शहर शीआन (Xi’an) में दिसंबर के अंत में 13,00,000 से अधिक निवासियों को HOME ISOLATION के तहत रखा गया था क्योंकि कोविड-19 की लहर आने के बाद सख्त LOCKDOWN लागू हो गया था। चीन के शहर शीआन में 2,000 से अधिक लोग संक्रमित हो गए हैं। वुहान (Wuhan) में कोविड -19 के प्रकोप के बाद, इस बार चीन में भयंकर कोविड -19 का प्रकोप है ।
अब, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोग चिल्लाते हुए,घसीटे जाते हुए, लात खातें हुए और मेटल बॉक्स जैसे छोटे “QUARANTINE HOMES” में ISOLATION के लिए मजबूरन जाते हुए देखे जा सकते हैं।
इन “QUARANTINE CAMPS” में गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को दो सप्ताह तक ISOLATION में रखा जाता है। इन छोटे सेल्स (cells) में उन्हें वहां लकड़ी के बिस्तर और शौचालय की सुविधा प्रदान होती है। जो लोग इन सुविधाओं में रहे हैं, उनका बिलकुल अच्छा अनुभव नहीं रहा है। नुकसान और पीड़ा के इन दुखद मामलों ने चीनी समाज के विभिन्न वर्गों से प्रतिक्रिया बटोरी है और इस तरह की कठोर नीति ने लोगो के सामने एक विवादस्पद मुद्दे को प्रज्वलित किया है।