शुरू होने के कुछ दिनों पहले ही, “ट्रेन 18“, देश की पहली इंजन रहित ट्रेन, आधिकारिक तौर पर देश की सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन बन गयी है। रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने ट्वीट के जरिये इस खबर की जानकारी दी। इस ट्रेन ने गतिमान एक्सप्रेस को भी पीछे छोड़ दिया है।
उनके मुताबिक, “ट्रेन 18 ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा को पार कर लिया है। इसलिए अब ये आधिकारिक तौर पर देश की सबसे तेज़ चलने वाली ट्रेन बन गयी है।”
Need for Speed: Train 18 seen cruising at a sustained 180Km/h, officially becoming the fastest train in India pic.twitter.com/2VNF1U3qrl
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 26, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 दिसंबर को वाराणसी से ट्रेन को हरी झंडी दिखायेंगे। कार्यकम के हिसाब से, ये ट्रेन सुबह छह बजे से नयी दिल्ली के स्टेशन से छूटेगी और दोपहर 2 बजे तक वाराणसी पहुँच जाएगी। वापसी सफ़र तय करने के लिए, ये ट्रेन दोपहर 2.30 बजे वाराणसी से चलेगी और उसी दिन रात के 10.30 बजे तक राजधानी पहुँच जाएगी।
आईसीएफ चेन्नई द्वारा 100 करोड़ के बजट पर बनाई गयी इस ट्रेन में, समकालीन यात्री सुविधाएं हैं, जैसे कि ऑन-बोर्ड वाईफाई, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी, वापस लेने योग्य कोच के साथ स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे और शून्य निर्वहन वैक्यूम-आधारित जैव-शौचालय, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और एक जलवायु नियंत्रण प्रणाली।
16 कोच के साथ, इस ट्रेन में उतनी ही यात्रियों को बिठाने की क्षमता है जितनी ‘शताब्दी एक्सप्रेस‘ में। इसमें वायुगातिकीय तरीके से दोनों तरफ ड्राईवर केबिन बने हैं। इस ट्रेन में एक अग्रिम तरीके के ब्रकिंग सिस्टम भी हैं जो बिजली बचाने के लिए लगाये गए हैं। पूरी ट्रेन वातानुकूलित हैं ताकी यात्री आराम से अपना सफ़र तय कर सकें और साथ ही साथ इस ट्रेन में बाकी ट्रेन के मुकाबले ज्यादा स्पेस भी मौजूद है।
हालांकि अभी कुछ दिन पहले, दिल्ली एवं आगरा के बीच ट्रायल रन के दौरान इस ट्रैन पर पत्थर बरसा दिए गए थे। इसकी वजह से एक कोच की खिड़की के कांच को नुक्सान पहुँचा था।