इस वक्त श्रीलंका की टीम न्यूजीलैंड दौरे पर हैं। जहा टीम 2 टेस्ट मैच तीन एकदिवसीय मैच और एक टी-20 मैच की सीरीज खेलने आई है। टेस्ट सीरीज का पहला मैच जो की वेलिंग्टन में खेल गया था, वह मैच श्रीलंकाई टीम ने अपनी बल्लेबाजी की बदौलत ड्रॉ खेला था। वही टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच इस वक्त क्राइस्टचर्च में खेला जा रहा है।
जिसमें न्यूजीलैंड के स्टार तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने शानदार गेंदबाजी की है और दूसरी दिन की सुबह उन्होने 15 गेंदो में 4 रन देकर श्रीलंका के छह खिलाड़ियो को आउट किया और श्रीलंका की टीम पहली पारी में 104 रन पर ढेर हो गई। जिसके चलते न्यूजीलैंड की टीम ने पहली पारी में 74 रन की बढ़त बनाने में कामयाब रही।
श्रीलंका की टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट के नुकसान में 88 रन बनाए थे। उसके बाद जब श्रीलंकाई टीम 94 रन तक पहुंच गई थी तो न्यूजीलैंड की टीम से ट्रेंट बोल्ट गेंदबाजी करने आए और उन्होने पहला विकेट रोशन सिल्वा (21) के रूप में लिया, वह तीसरे स्लिप में अपना कैच थमा बैठे।
उनकी रिवर्स स्विंग में उसके बाद श्रीलंकाई टीम के एक के बाद एक खिलाड़ी फंसते गए, जिससे उन्होनें उस ओवर में 3 विकेट के साथ मेडन ओवर करवाया। ट्रेंट बोल्ट ने पहली इनिंग में 15 ओवर फेंके जहा उन्हें पहले दिन कोई सफलता प्राप्त नही हुई थी, लेकिन खेल के दूसरे दिन वह अलग अंदाज में नजर आए और उन्होने 15 गेंदो में छह विकेट चटकाए। उनके छह विकेट में रोशन सिल्वा (21), निरोशन डिकवेला (4), दिलरुवान परेरा (0), सुरंगा लकमल (0), दुशमंथा चमीरा (0) और लाहिरु कुमार (0) शामिल हैं। इन छह विकेट में से चार खिलाड़ी पगवाधा आउट हुए है। ट्रेंट बोल्ट की यह टेस्ट क्रिकेट की सबसे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रही है।
Each batsman of tail dismissed for duck in a Test innings
Eng vs Aus, MCG, 1994
Eng vs Aus, Lord's, 2005
WI vs NZ, Wellington, 2013
SL vs NZ, TODAYTail refers to batsmen 8, 9, 10 and 11. #NZvSL
— Mazher Arshad (@MazherArshad) December 26, 2018
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी बार ऐसा हुआ है जहा पुछल्ले क्रम के चार बल्लेबाज बिना कोई खाता खोले आउट हुए है। इससे पहले साल 1994 में ऐसा हुआ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिके ग्राउंड में खेले हुए मैच में हुआ था।