सीरिया की सरकार की सेना और रूस के सैनिको ने विद्रोहियों के आखिरी गढ़ इदलिब प्रान्त में बमबारी को तीव्र कर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को रूस, ईरान और सीरिया द्वारा हवाई हमले मे इदलिब प्रान्त में बेकसूर नागरिकों को मारने की आलोचना की है।
रूस, सीरिया के हवाई हमले
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा कि “रूस, सीरिया के अलावा ईरान भी सीरिया के इदलिब प्रान्त में बमबारी कर रहा है और निर्ममता से क्षेत्र के मासूम नागरिकों की हत्या की जा रही है। विश्व इस बर्बरता को देख रहा है। इसके पीछे मकसद क्या है, इससे तुम्हे क्या हासिल होगा। इस रोके।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर गए हैं। इससे पूर्व उन्होंने सीरिया में आईएसआईएस के अंत का ऐलान किया था और यही कारण उनके क्षेत्र से सैनिको को वापस लेने का आधार था। इस निर्णय से अमेरिका में काफी मतभेद उपजे थे। अमेरिकी कांग्रेस में सीरिया के अपने सहयोगियों को अधर में छोड़ने की काफी आलोचना की गयी थी।
अमेरिका का सीरिया में हस्तक्षेप
इसके बाद अमेरिकी विभाग ने निर्णय लिया कि 400 सैनिक सीरिया में तैनात रहेंगे। कई जानकारों के मुताबिक अमेरिका द्वारा सीरिया से सैनिको की वापसी का कारण रूस और ईरान की क्षेत्र में बढ़ती बढ़ता प्रभुत्व है।
अमेरिका के गठबंधन ने शुक्रवार को कहा कि साल 2014 से इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट पर किये हवाई हमले में अनजाने में 1300 नागरिकों की हत्या हो गयी है। बयान के मुताबिक, गठबंधन ने अगस्त और अप्रैल 2019 के अंत तक 34502 हवाई हमले किये थे। इस कार्यकाल के दौरान 1302 नागरिकों की अनजाने में हमलो से मृत्यु हो गयी थी।
अप्रैल में संघर्ष की शुरुआत से इदलिब से 270000 लोग विस्थापित हुए हैं और सहायता विभागों को मज़बूरन कुछ क्षेत्रों में अपना कार्य स्थगित करना होगा। 28 अप्रैल को 23 स्वास्थ्य केन्द्रो को निशाना बनाया गया था जबकि दो स्वस्थ केन्द्रू पर दो बार हमला किया गया था।