अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने फ़ोन पर शुक्रवार को ईरान के बाबत चर्चा की है और यह जानकारी व्हाइट हाउस ने जारी की है। गुरूवार को ईरान ने अमेरिकी निगरानी ड्रोन को गिरा दिया था।
तेहरान के दावे के मुताबिक वह एक घुसपैठी अमेरिकी जासूसी ड्रोन आरक्यू- 4 ग्लोबल हॉक था और उसने मोरमोज़ग़ान के दक्षिणी प्रान्त से ईरान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था। वांशिगटन ने इसे उत्तेजक कार्रवाई करार दिया था। अमेरिका ने दावा किया कि हमले के दौरान ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग केपर उड़ान भर रहा था।
इस दावे को साबित करने के लिए अमेरिका ने एक तस्वीर भी जारी की है जिसके मुताबिक ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग पर उड़ान भर रहा था। इसकी प्रतिक्रिया में ईरान ने भी वीडियो जारी की है जिसमे ड्रोन ईरान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करता दिख रहा है।
सिन्हुआ के मुताबिक, दोनों नेताओं ने मध्य पूर्व में शान्ति और वैश्विक तेल बाजार में सऊदी अरब की भूमिका पर भी चर्चा की थी। गुरूवार को ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हमले के बाद वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में काफी उछाल आया है।
अमेरिकी ड्रोन के बाबत बातचीत में डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि “गुरूवार रात को ईरान के खिलाफ जवाबी हमले से 10 मिनट पहले ही मैंने इस रोक दिया था। हम बीते रात ईरान के खिलाफ तेन तरफ से जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार थे, तब मैंने पूछा कितने लोग मरेंगे, जनरल ने जवाब दिया 150 लोग सर। हमले से 10 मिनट पहले ही मैंने हमले को रोक दिया।”