चीन और अमेरिका के मध्य बढ़ते व्यापार तनाव को दोनों प्रमुखों के दरमियां फोन पर बातचीत से राहत मिली है। अर्जेंटीना में आयोजित इस माह जी 20 के सम्मेलन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प व्यापार समझौते के बाबत बातचीत करना चाहते हैं। उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों को संभव व्यापार समझौते का ड्राफ्ट बनाने को कहा है।
गुरूवार को चीन के राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति से बातचीत की थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर बताया था कि बातचीत लम्बी और सार्थक थी। उन्होंने कहा चीन के साथ व्यापार मुद्दे पर चर्चा अच्छी चल रही है।
Just had a long and very good conversation with President Xi Jinping of China. We talked about many subjects, with a heavy emphasis on Trade. Those discussions are moving along nicely with meetings being scheduled at the G-20 in Argentina. Also had good discussion on North Korea!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 1, 2018
मीडिया जगत की ख़बरों के मुताबिक छह महीने बाद हुई बातचीत में उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण और व्यापार के मुद्दों पर बातचीत हुई थी। राष्ट्रपति ट्रम्प और राष्ट्रपति जिनपिंग आगामी बैठक में मुलाकात के लिए तत्पर है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कोलंबिया में रैली के दौरान कहा कि चीन समझौते के लिए तत्पर है।
बीते कुछ माह में अमेरिका और चीन के मध्य व्यापार युद्ध, असहमति और दक्षिणी चीनी सागर में नौचालन की स्वतंत्रता के मुद्दों पर जंग सी छिड़ी हुई है। ट्रम्प प्रशासन ने व्यापार युद्ध को हवा देते हुए चीन से आयातित उत्पादों पर 250 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था। इसके प्रतिकार में चीन ने अमेरिका से आयातित सामान पर 60 बिलियन डॉलर का शुल्क लगा दिया था।
मई में चीन और अमेरिका के मध्य हालत में थोड़ा सुधार हुआ था क्योंकि अमेरिका ने चीन के साथ कृषि और ऊर्जा उत्पादों की डील को नामंज़ूर कर दिया था। चीन ने इस व्यापार युद्ध का असर कम करने के लिए अपने निजी राजदूत को बातचीत की प्रक्रिया के लिए अमेरिका भेजा था।
पिछले कुछ माह से अमेरिका व्यापार मुद्दे पर चीन की गंभीरता पर सवाल उठाता रहा है। गुरुवार को अमेरिका ने अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी के व्यापार रहस्य को चुराने वाली चीनी कंपनी की आलोचना की थी। अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने चीन और ताइवान की कंपनियों की जांच की थी।
वाइट हाउस के आर्थिक प्रवक्ता लार्री कुद्लो ने कहा कि जी-20 के आयोजन के दौरान चीन और अमेरिका के प्रमुख सभी विवादों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प चीन के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपना सकते हैं। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प के रवैये पर निवेशकों ने नज़रे जमी हुई है। निवेशक दोनों देशों के मध्य तनाव की समाप्ति का इंतज़ार कर रहे हैं।