अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को पाकिस्तनी प्रधानमंत्री इमरान खान को कश्मीर मसले को हल करने के लिए भारत के साथ बातचीत की पहल करने की नसीहत दी थी।
न्यूयॉर्क में यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक से पूर्व ट्रम्प और इमरान खान ने फ़ोन पर बातचीत की थी। उप प्रेस सचिव होगन गिडली ने बयान में कहा कि आज, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की थी और यह बीते महीने प्रधानमंत्री की सफल वांशिगटन की यात्रा के बाद हुआ था।
राष्ट्रपति ने द्विपक्षिय वार्ता के जरिये कश्मीर मामले के समाधान से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने की महत्वता को बताया था। इस वार्ता के बाद विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने पत्रकारों से कहा कि खान ने ट्रम्प को पाकिस्तान की स्थिति के बाबत अवगत किया था।
साथ ही उन्होंने बताया कि परिषद के पांच में से चार सदस्यों के साथ सीधे संपर्क साधा गया है। इन सभी प्रयासों के बावजूद चीन और पाकिस्तान को यूएनएससी में मुंह की खानी पड़ी थी। परिषद के अधिकतर सदस्यों ने पाकिस्तान के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
पाकिस्तान की तरफ से चीन ने यूएनएससी की गुप्त बैठक को बुलाने की मांग की थी। पत्रकारों से बातचीत में भारत के यूएन ने स्थायी प्रतिनिधि सईद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 पूरी तरह भारत का आंतरिक मामला है।
चीन को छोड़कर सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों नर कश्मीर के मामले को खारिज करने के हित में फैसला दिया था।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से निराशा हाथ लगने के बाद पाकिस्तान ने शनिवार को कश्मीर मुद्दे पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में पाकिस्तान आगे की रणनीति तय करेगा और इस बैठक पर भारत की खास नजर है।