अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से कश्मीर मुद्दे पर बात कर रहे हैं और अगर वे मदद कर सकते हैं तो जरूर करेंगे।
दावोस में इमरान से मुलाकात से पहले उन्होंने कहा, “हम कश्मीर मुद्दे और भारत तथा पाकिस्तान के रिश्ते के संबंध में बात कर रहे हैं। अगर हम मदद कर सकते हैं तो जरूर करेंगे।”
उन्होंने कहा, “और हम इसे देख रहे हैं और इस पर काफी बारीकी से नजर रखे हुए हैं।”
कश्मीर मुद्दे पर संभावित दखल के बारे में बोलते समय ट्रंप पहले से काफी सावधान रहे। पहले उन्होंने दावा किया था कि मोदी ने उनसे मदद मांगी थी।
उन्होंने इस बार अपने बयान में कहा, “अगर हम मदद कर सकते हैं.”
कश्मीर मुद्दा या पाकिस्तान से किसी भी अन्य मुद्दे पर भारत ने 1972 में हुए शिमला समझौते के कारण किसी भी तीसरे पक्ष के दखल का विरोध किया है। शिमला समझौते के अनुसार दोनों देशों ने अपने विवादों को आपस में सुलझाने की संधि की थी।
ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच वर्तमान में सबसे घनिष्ठ संबंध चल रहे हैं।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, खान ने वाशिंगटन को भारत से विवाद सुलझाने में भूमिका निभाने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा, “हमारे लिए पाकिस्तान में यह बड़ा मुद्दा है। और बेशक हम हमेशा उम्मीद करते हैं कि इन मुद्दों को सुलझाने में अमेरिका भूमिका निभाएगा क्योंकि और कोई देश ऐसा नहीं कर सकता।”
ट्रंप से एक पत्रकार द्वारा यह पूछने पर कि क्या आगामी भारत दौरे के दौरान वे पाकिस्तान जाएंगे तो उन्होंने कहा कि वे इमरान से यहां मिल रहे हैं तो वे वहां नहीं जाएंगे।