भारत की स्टार शटलर साइना नेहवाल का कहना है कि अगले साल के ओलंपिक में बैडमिंटन प्रतियोगिता पिछले तीन संस्करणो की तुलना में कठिन होगी और वह फिटनेस पर काम कर रही है और टोक्यो में शोपीस इवेंट के लिए अपने खेल में सुधार कर रही है।
साइना इस समय अपने पेट की समस्या से किसी बैडमिंटन टूर्नामेंट में भाग नही ले रही है और उन्होने इंडियन ओपन से भी अपना नाम वापिस ले लिया था। 2016 में घुटने की चोट के बाद, इस खिलाड़ी ने अपनी अच्छी फॉर्म पकड़ने के लिए बहुत मेहनत की है। वह 2015 में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी भी रह चुकी है।
पीटीआई के साथ एक विशेष बातचीत में साइना ने कहा, ” हां, 2020 ओलंपिक पिछले तीन संस्करणो से कठीन होने वाला है। चीन के शटलर बहुत अच्छा खेल दिखा रहे है। इनके अलावा और कुछ लड़किया भी है जो अच्छा खेल रही है। यह बहुत कठिन होने वाला है।”
प्रामेरिका स्पिरिट ऑफ कम्युनिटी अवार्ड्स इवेंट गुड़गांव जिसकी वह ब्रांड अम्बेसडर है उन्होने वहां से कहा, “लेकिन अब तक, मैं ओलंपिक के बारे में नहीं सोच रही हूं या मैं इसके लिए कैसे योग्य हूं। मैं टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने, अपने खेल में सुधार करने और खुद को चोट मुक्त और फिट रखने के बारे में सोच रही हूं।”
भारत को टोक्यो ओलंपिक महिला एकल में दो शटलर भेजने है, दोनों को विश्व रैंकिंग में शीर्ष 16 के अंदर रहना होगा, जो कि 30 अप्रैल, 2020 को, योग्यता अवधि की समाप्ति के बाद जारी किया जाएगा।
टोक्यो ओलंपिक गेम्स की उनका चौथा ओलंपिक होगा, इससे पहले वह 2008, 2012 और 2106 में ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी है।
वह 2008 ओलंपिक में क्वार्टरफाइनल तक पहुंच पाई थी, वही 2012 में उन्होने कांस्य पदक जीता था और 2016 में घुटने की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी।
साइना ने इस महीने की शुरुआत में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के दौरान अग्न्याशय के संक्रमण से उभरने के बाद नई दिल्ली में हो रहे इंडियन ओपन में भाग नही लिया।
उन्होने कहा, ” मैं अग्न्याशय के संक्रमण से बाहर आ चुकी हूं और अगले सप्ताह से शुरु होने वाले मलेशियन ओपन से खेल में वापसी करने की रणनीति बना रही हूं। देखो, यह कैसे होता है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह 2016 में सर्जरी से बाहर निकलने से खुश हैं, उन्होंने कहा, “मैं लड़ रही हूं, अपने खेल को बेहतर बनाने और अधिक से अधिक मैच जीतने की कोशिश कर रही हूं। यही वह है जो मैं कर सकती हूं और बाकी मैं नहीं। पता है, क्योंकि मैं परिणामों की भविष्यवाणी नहीं कर सकती हूं।”