वर्ल्ड कैडेट चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पायस जैन के शानदार प्रदर्शन के बूते दिल्ली ने गुरुवार को जम्मू में आयोजित 81वीं यूटेटे जूनियर एवं यूथ ब्वाएज नेशनल चैम्पियनशिप का खिताब जीत लिया। पायस टीम के लिए लीड रोल निभा रहे थे। दिल्ली ने गुजरात को 3-1 से हराया। दिल्ली की टीम ओपनिंग रबर में हार गई थी लेकिन पायस ने धैर्य परमार को आसानी से हराकर दिल्ली को बराबरी दिलाई। इसके बाद पायस ने आदर्श छेत्री के साथ मिलकर युगल मुकाबले में चित्राक्ष और धैर्य को हराकर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया।
रिवर्स सिंगल में पायस को हालांकि पहले गेम में हार मिली लेकिन पायस ने शानदार वापसी करते हुए चित्राक्ष को हराकर दिल्ली को चैम्पियन बना दिया।
पायस ने अपने बेहतरीन खेल की बदौलत टेबल टेनिस सर्किट में चर्चा बटोरनी शुरू कर दी है। पायस ने बीते साल सितम्बर में एशियाई कैडेट चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था और ऐसा करने वाले वह भारतीय टेबल टेनिस इतिहास के पहले खिलाड़ी बने थे।
दिल्ली के रोहिणी के भटनागर इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 11 में पढ़ने वाले पायस ने कहा, “जीत हमेशा सुकून देती है। मुझे खुशी है कि हमने कई मौकों पर पिछड़ने के बावजूद शानदार वापसी की और चैम्पियन बने।”
जूनियर रैंकिंग में वर्ल्ड नम्बर-41 पायस ने सीनियर सर्किट में घरेलू टूर्नामेंट्स में सफलता का स्वाद चख लिया है। पायस ने हाल ही में सम्पन्न सेंट्रल जोन फाइनल्स में मिश्रित युगल का स्वर्ण जीता था। यही नहीं, पायस ने बीते साल नेशनल चैम्पियनशिप में कांस्य पदक भी जीता था।
पायस के इस प्रदर्शन से प्रभावित होकर साई और टॉप्स ने उन्हें 2024 ओलंपिक के अपने सम्भावित सूची में शामिल किया है।
पायस ने कहा, “मैं बहुत जल्द भारतीय सीनियर टीम में आना चाहता हूं। मैं अपने खेल के हर पहलू पर मेहनत कर रहा हूं। ऐसा करते हुए मैं इलीट स्तर के आयोजनों में मिलने वाली चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करना चाहता हूं।”