देश की दिग्गज़ आईटी फ़र्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) ने बैंकिंग सेक्टर को सुविधा मुहैया कराने के मामले में अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी एक्सेंचर को पीछे छोड़ दिया है।
वित्तीय सुविधा प्रदान करने वाला सेक्टर आमतौर पर आईटी सर्विसेस का सबसे बड़ा खरीददार माना जाता रहा है। अभी तक एक्सेंचर ने अपना दबदबा कायम रखा हुआ था।
यह घोषणा जुलाई-सितंबर तिमाही के आँकड़े आने के बाद की गयी है। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान टीसीएस को 2.07 अरब डॉलर का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस राजस्व कमाई में बैंकिंग सेक्टर, वित्तीय सेक्टर व बीमा जैसे क्षेत्रों का बड़ा योगदान है।
वहीं दूसरी ओर एक्सेंचर को इसी तिमाही के दौरान 2.01 अरब डॉलर के राजस्व की प्राप्ति हुई है। इस दौरान एक्सेंचर ने भी बैंकिंग व बीमा उपभोक्ता जैसे क्लाईंट को अपनी सेवाएँ दी हैं।
वहीं अगर टीसीएस की बीएफ़एसआई यूनिट की बात करें तो इसका कुल राजस्व देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएल के कुल राजस्व से भी अधिक है। एचसीएल ने इस तिमाही के लिए अपना राजस्व 2.5 अरब डॉलर घोषित किया था।
इसी के साथ टीसीएस ने सितंबर की तिमाही में कुल 5.21 अरब डॉलर का राजस्व इकट्ठा किया था। इस दौरान टीसीएस के राजस्व में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
अभी हाल ही में देश के भीतर टीसीएस की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी कंपनी इंफ़ोसिस ने भी अपने राजस्व में बढ़ोतरी की बात कहीं थी।
हालाँकि विशेषज्ञों का मानना है कि टीसीएस भले ही इतना अधिक राजस्व इकट्ठा कर रही हो लेकिन भारत के भीतर उसे छोटी कंपनियों के साथ ही मुक़ाबला करना पड़ रहा है, जो छोटे और मँझले स्तर पर अपनी आईटी सेवाएँ दे रहीं हैं।