सैन जोस (कैलिफोर्निया), 5 जून (आईएएनएस)| दिल्ली के छात्र पलाश तनेजा के लिए उस वक्त सपना सच होने जैसा था, जब वह यहां एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक से 13 वैश्विक छात्रों के साथ मिले और इस मौके पर उन्होंने कुक से मजाकिया सवाल पूछा -आप कैसे हैं, टिम कुक?
इससे पहले कि कुक उसका जवाब दे पाते, वहां मौजूद सभी लोगों में हंसी की लहर दौड़ गई।
कुक ने दुनिया भर के उज्जवल युवा कोडर्स से मुलाकात की, जिसमें भारत से एक मात्र पलाश थे। उन्होंने जवाब में कहा, “हां, मैं ठीक हूं और समझ पा रहा हूं कि आपका मतलब क्या है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मार्च में एक सम्मेलन में भूल से टिम कुक को ‘टिम एप्पल’ संबोधित कर दिया था। एप्पल के सीईओ ने बाद में ट्विटर पर अपना नाम बदलकर ‘टिम एप्पल’ कर लिया था और अपने सरनेम की जगह पर कंपनी का लोगो लगा दिया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पलाश (18) ने हाल में ही स्कूल की पढ़ाई पूरी है और वह आस्टीन के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास जाने से पहले गैप ईयर में हैं। उन्होंने कुक के समक्ष एक नया आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निग (एमएल) आधारित परियोजना प्रस्तुत की।
पलाश ने आईएएनएस को बताया, “मैंने उन्हें अपनी परियोजना दिखाई, जिसमें न्यूरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) आधारित एल्गोरिदम से यूट्यूब वीडियो जो आप देख रहे हैं, उसकी भाषा बदली जा सकती है, जैसे अंग्रेजी से हिन्दी की जा सकती है।”