हाल ही की एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में टाटा की वैल्यू में 37 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ इसकी कुल वैल्यूएशन 19.5 अरब डॉलर हो गयी है जिससे यह दुनिया के शीर्ष 100 ब्रांड में से एक बन गया है।
शीर्ष 100 में पाया 86वां स्थान :
टाटा ग्रुप ने दुनिया के 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों की सूचि में 86वां स्थान प्राप्त किया है। यह लिस्ट लन्दन स्थित कंसल्टेंसी संस्था फाइनेंस द्वारा बनाई गयी है इसमें बताया गया है की टाटा ग्रुप ने 104वें स्थान से 86वें स्थान पर छलांग लगाई है।
फाइनेंस द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट का विवरण :
लन्दन स्थित कंसल्टेंसी फर्म फाइनेंस द्वारा लिस्ट से संबंधित रिपोर्ट में लिखा गया था “टाटा समूह ने 2019 में ब्रांड मूल्य में एक प्रभावशाली वृद्धि देखी है, और इसे दुनिया में शीर्ष 100 सबसे मूल्यवान ब्रांडों में एकमात्र भारतीय ब्रांड होने के कारण पुरस्कृत किया गया है।” यह बात उल्लेखनीय इ की यह रिपोर्ट फाइनेंस के मुख्या कार्यकारी अधिकारी डेविड हे द्वारा बनाई गयी है।
क्या हैं टाटा ग्रुप वृद्धि के कारण :
डेविड हे के अनुसार टाटा ग्रुप की इस तेज़ वृद्धि और ब्रांड वैल्यू में सुधार मुख्या रूप से इसके महारथी खिलाड़ी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के बेहतर प्रदर्शन से हुई है। ब्रांड मूल्य को समूह की मोटर वाहन और इस्पात कंपनियों के साथ-साथ मूल्य की गणना के लिए बड़ी संख्या में टाटा समूह संस्थाओं को शामिल करने में भी मदद मिली। इन कारणों के चलते टाटा मोटर्स की ब्रांड वैल्यू में तेज़ बढ़ोतरी हुई और इसने विश्व के शीर्ष ब्रांड के बीच जगह बनायी।
टाटा ने बीएसएनएल से की साझेदारी :
हाल ही में यह खबर भी आयी थी की स्मार्ट कार बनाने में मदद के लिए टाटा मोटर्स ने बीएसएनएल से साझेदारी की है जिसके अंतर्गत बीएसएनएल अपनी सिम टाटा की कारो में लगाएगा। इससे टाटा मोटर्स बाज़ार में स्मार्ट कार उतार पाएंगे।यह एम2एम तकनीक के अंतर्गत कारों का निर्माण किया जाएगा।