गुरु नानक देव की 550 वीं सालगिरह से पूर्व पाकिस्तान ने गुरुद्वारा चोवा साहिब को पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के झेलम जिले में खोलने के लिए सभी तैयारियां का चुका है। हालिया दिनों में पाकिस्तानी सरकार ने गुरुद्वारा खारा साहिब को खोला था। भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद दोनों ही गुरूद्वारे पाकिस्तान ने बंद किए हुए थे।
ईटीपीबी के अध्यक्ष आमिर अहमद ने बताया कि “हम जल्द ही गुरुद्वारा चोवा साहिब को खोलने के लिए उत्सुक है। भारी बारिश और विपरीत मौसम के कारण गुरुद्वारा साहिब अगले हफ्ते या दस दिनों तक ही खुला रह सकता है। हम सबही तैयारियों को पूरा कर लिया है और जल्द ही इसे खोल दिया जायेगा।”
जनवरी 2019 में पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने गुरुद्वारा चोवा साहिब की यात्रा की थी। पाकिस्तान के इतिहासकार शाहीद सब्बीर ने गुरुवार को गुरूद्वारे के यात्रा की थी। गुरु नानक देव की यात्रा के बाद उन्होंने झेलम में कुछ समय व्यतीत किया था। उन्होंने कहा कि “घन नदी के किनारे सूखे जैसे हालात हो रहे थे और स्थानीय लोगो के लिए पीने के पाने की कमी हो रही थी।
उन्होंने कहा कि “जब लोगो को पता लगा कि एक संत इस इलाके में हैं तो वे बाबा नानक तक पंहुचे जिनके आशीर्वाद से जमीन से एक ताजा पानी निकलकर आया, जिसे अमृत कुंड कहा जाता है।”
शब्बीर ने बताया कि “महाराजा रंजित सिंह अमृत कुंड के पानी से ही स्नान और पीने के लिए इस्तेमाल करते थे।” सूत्रों के मुताबिक, गुरुद्वारा खारा साहिब, गुरुद्वारा चोवा साहिब को पाकिस्तानी सिखों के लिए खोला जा रहा है और इसमें भारत का सिख जत्था शामिल नहीं है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगवाल ने कहा कि “72 वर्षों के बाद गुरुद्वारा खारा साहिब, गुरुद्वारा चोवा साहिब को खोलने पर पाकिस्तानी सरकार की कार्यप्रणाली की तारीफ की है। पाकिस्तान का कार्य दोनों देशों को करीब लाने का कार्य करेगा।”