आगामी चुनावो में जो चेहरा उभर कर विपक्षी नेता के रूप में सामने आया है वह है तृणमूल कांग्रेस और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी।
2019 लोक सभा चुनावो को लेकर ममता बनर्जी देशव्यापी रैलियां और जन सम्मेलन सम्बोधित कर रहीं है। ममता उसी तर्ज पर प्रचार कर रहीं है जिस तरह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में भारतीय जनता पार्टी के लिए किया था।
ममता बनर्जी भी बंगाल में अपने विकास को चुनावी सफलता के रूप में पेश कर रही है।
2019 को लेकर आज कल ममता बनर्जी तमाम विपक्षी दलों से मिल रहीं है जिसके तहत कांग्रेस पार्टी ने भी ममता या मायावती को विपक्षी प्रधान मंत्री बनाने के रूप में संकेत दे दिए है।
अभी हाल ही में बंगाल के झारग्राम में एक रैली को सम्बोधित करते हुए ममता ने भाजपा पर तीखा हमला करा है।
बता दें कि, आदिवासी बहुल इस जिले में पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसी को लेकर ममता काफी सतर्क हो गई है।
अपनी रैली के दौरान उन्होंने कहा कि, “‘पिछले सात साल में हमने किसी को भी इस इलाके में शांति भंग नहीं करने दिया हमने माओवादियों को इस स्थान पर प्रवेश नहीं करने दिया।
कुछ लोग पड़ोसी झारखंड से माओवादियों को झारग्राम ला रहे हैं ताकि रक्तपात किया जा सके। यदि आपको मेरे ऊपर विश्वास है तो मैं आपसे कहूंगी कि हमें (टीएमसी) छोड़कर किसी और पर विश्वास न करें।’
उन्होंने कहा, ‘ जब तक मैं जिंदा हूं, मैं किसी को भी जनहित के खिलाफ काम नहीं करने दूंगी। आप मेरा परिवार हो। मैं आदिवासियों को प्यार करती हूं।’
ममता ने कहा, ‘मैं लोगों में मतभेद पैदा नहीं करती हूं। मैं हिंदू और मुस्लिम तथा अन्य समुदायों में मतभेद पैदा नहीं करती हूं। यह केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी है जो यह करती है। हम उनके साथ नहीं हैं। वे चाहते हैं कि गरीब परेशानी का सामना करें। वे नहीं चाहते हैं कि गरीबों को दो रुपये किलो चावल और मुफ्त शिक्षा तथा स्वास्थ्य मिले।’