कांग्रेस की झारखंड इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पासवान ने दावा किया है कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने देख लिया है कि भाजपा-शासित सरकार पिछले पांच सालों में हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। यह पूछने पर कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी होते हुए भी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसे क्षेत्रीय दलों से भी कम सीटों पर चुनाव क्यों लड़ रही है? पासवान ने आईएएनएस से कहा, “कांग्रेस ने हमेशा से गठबंधन धर्म पर विश्वास किया है। जहां हमें लग रहा है कि हम मजबूत हैं, हम वहां से लड़ रहे हैं। हमारी (झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल) विचारधारा समान है।”
उन्होंने कहा, “अगर उन्हें लगता है कि हम भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) से डरे हुए हैं तो उनकी गलतफहमी है। झारखंड के लोगों ने उन्हें पांच साल में देख लिया है। उल्टे भाजपा को खुद हार का डर है, क्योंकि उन्होंने चुनाव पांच चरणों में कराया है। एक बार उन्होंने कहा था कि वे राज्य से नक्सलवाद खत्म कर देंगे, जब वे यह दावा करते हैं कि यह खत्म किया जा चुका है तो चुनाव पांच चरणों में क्यों?”
उन्होंने कहा, “वे (आजासू) भी लगभग एक ही हैं। मुझे लगता है कि चुनाव परिणाम के बाद वे भाजपा से फिर हाथ मिला लेंगे।”
पासवान ने कहा कि यदि हम सत्ता में आए तो महागठबंधन का खाका झारखंड को देश में शीर्ष पर लाने का होगा।
उन्होंने कहा, “सबसे पहले हम झारखंड के युवाओं को रोजगार देंगे, जिससे उन्हें हमारे राज्य से बाहर न जाना पड़े। भाजपा की अगुआई वाली वर्तमान सरकार ने युवाओं को लूटने के अलावा कुछ नहीं किया है। उन्होंने खनिज संपदा से समृद्ध पूरी जमीन उद्योगपतियों को दे दी है, जो उसका फायदा उठा रहे हैं, वहीं हमारे युवा रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हम इसको बदल देंगे। हमारे सरकार में आने के बाद झारखंड का प्रत्येक व्यक्ति खुश होगा।”
झारखंड में 30 नवंबर से पांच चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
राज्य की कुल 81 सीटों पर झामुमो और राजद के साथ गठबंधन में कांग्रेस 31 सीटों, झामुमो 43 और राजद सात सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।