झारखंड में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सबसे अधिक ‘करोड़पति’ उम्मीदवार सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं।
पहले चरण में 13 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। भाजपा और झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) ने सभी 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और राजद ने क्रमश: छह, चार और तीन सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं।
झामुमो, कांग्रेस और राजद का राज्य विधानसभा चुनाव में गठबंधन है।
पहले चरण में, भाजपा के 13 उम्मीदवारों में से 10 ‘करोड़पति’ हैं। डाल्टनगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के.एन. त्रिपाठी सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उनकी संपत्ति 53 करोड़ रुपये की है। सबसे गरीब उम्मीदवार जेवीएम-पी के हैं। मनिका सीट से लड़ रहे राजपाल सिंह के पास महज 8.71 लाख रुपये की संपत्ति है।
जेवीएम-पी और कांग्रेस में से सात और पांच उम्मीदवार करोड़पति हैं। जेवीएम-पी के 13 उम्मीदवारों में से पांच दागी हैं या विभिन्न आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
पांकी सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवार शशि भूषण मेहता पर एक शिक्षक की हत्या सहित 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह रांची में एक स्कूल चलाते हैं। चुनाव की घोषणा से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। उनके भाजपा में शामिल होने पर एक हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ था।
भाजपा, आजसू और जेवीएम-पी ने एक-एक महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं और कांग्रेस, झामुमो और राजद गठबंधन ने पहले चरण में किसी महिला उम्मीदवार को नहीं उतारा है। भाजपा के चतरा से उम्मीदवार जनार्दन पासवान के पास तीन हथियार हैं और उनकी पत्नी के पास एक राइफल है।
भाजपा के छह उम्मीदवारों के पास बंदूकें हैं।
पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार की रफ्तार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की 20 नवंबर से शुरू हो रहीं रैलियों के साथ तेज हो जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी गुमला में एक रैली को संबोधित करने की संभावना है। मोदी की रैली की तारीख की पुष्टि होनी अभी बाकी है।