रांची, 4 मई (आईएएनएस)| झारखंड के दूसरे चरण के मतदान में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक केंद्रीय मंत्री की किस्मत का फैसला होगा। यहां छह मई को लोकसभा चुनाव होना है, जिसके लिए शनिवार (आज) शाम चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा।
छह मई को लोकसभा की चार सीटों रांची, खूंटी, हजारीबाग और कोडरमा के लिए मतदान होना है।
सभी नजरें खूंटी, कोडरमा और हजारीबाग पर टिकी हैं।
राज्य के पहले मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कोडरमा सीट से मैदान में हैं।
वह नवंबर 2000 से मार्च 2003 तक मुख्यमंत्री रहे। वह कोडरमा सीट से 2004 और 2009 में जीत कर लोकसभा पहुंचे थे।
मरांडी चार विपक्षी पार्टियों के संयुक्त उम्मीदवार हैं। जिनमें कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) शामिल हैं। राज्य में इन सभी दलों ने एक महागठबंधन बनाया है।
उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी से है, जो इससे पहले राजद की राज्य अध्यक्ष रही हैं और चुनाव की घोषणा के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया।
खूंटी में भाजपा ने तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके अर्जुन मुंडा को कांग्रेस के कालीचरण मुंडा के खिलाफ टिकट दिया है।
हजारीबाग में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा का मुकाबला सीधे कांग्रेस के गोपाल साहू से है।
रांची में मुकाबला देखने लायक होगा, जहां से भाजपा के बागी सांसद रामटहल चौधरी स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में भाजपा के संजय सेठी और कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय से टक्कर लेंगे।