जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन भारत के तीन दिवसीय दौरे के दौरान मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे। एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उन्हें खुद लेने पहुंचे और उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने किंग अब्दुल्ला को विमान से उतरते ही गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल का पालन न करते हुए एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। रवीश कुमार ने कहा कि भारत जॉर्डन के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। दोनो देशों के बीच में रक्षा समझौते को लेकर भी हस्ताक्षर होंगे।
गौरतलब है कि करीब 18 दिन पहले ही पीएम मोदी खुद जॉर्डन के दौरे पर गए थे जब मोदी ने किंग को भारत आने का न्यौता दिया था। किंग अब्दुल्ला का ये दूसरा भारत दौरा है इससे पहले वो साल 2006 में रानी रानिया के साथ भारत आ चुके है।
किंग अब्दुल्ला व पीएम मोदी के बीच गुरुवार को द्विपक्षीय संबंधो को लेकर वार्ता होगी जिसमें दोनों नेता क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। फिलिस्तीनी मुद्दा, आतंकवाद, कट्टरपंथ और उग्रवाद से निपटने के तरीके पर बातचीत होगी।
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला के सम्मान में एक भोज की मेजबानी करेंगे। जिसमें उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी शामिल होगी।
गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक रिसेप्शन के बाद किंग अब्दुल्ला इस्लामी विरासत पर एक इवेंट में शामिल होने से पहले राजघाट का दौरा करेंगे। इस इवेंट का विषय इस्लामी विरासत, समझना और मॉडरेशन को बढ़ावा देना है। जिसमें खुद पीएम मोदी भी शामिल होंगे।
आज बुधवार को किंग आईआईटी दिल्ली का दौरा करेंगे। इसके बाद फिक्की, सीआईआई और एसोचैम द्वारा आयोजित सीईओ गोल-टेबल में हिस्सा लेंगे जो भारत-जॉर्डन बिजनेस फोरम के संयुक्त तत्वाधान में होगा।
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक साल 2016-17 में भारत-जॉर्डन के बीच व्यापार 1.35 अरब डॉलर का था। गौरतलब है कि किंग अब्दुल्ला को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई करने के लिए जाना जाता है।