भारत सरकार ने मंगलवार को कहा कि “हमारा सैन्य अभियान कुछ समय के लिए पूरा हो गया है और अब हमारा ध्यान पाकिस्तान में आतंकी ढांचों से लड़ने पर हैं। जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को यूएन में वैश्विक आतंकियों की सूची में शुमार करने के लिए भारत ने यूएन के सभी सदस्यों तक अपनी पंहुच बनायीं है। पुलवामा आतंकी हमले के तार जैश से जुड़ने पर भारत ने पाक को डोजियर भी सौंपा है।”
भारत के पास अगली दफा सभी विकल्प होंगे
सूत्रों के मुताबिक “अभी के लिए सैन्य कार्रवाई पूरी हो चुकी है, लेकिन दोबारा आतंकी हमले पर ‘भारत के समक्ष सभी विकल्प खुल जायेंगे।’ पाकिस्तान के अंदर आतंकी ढांचों को तबाह कर भारत की क्षमता और इच्छा दिखाने के बाद, नई दिल्ली अब इस्लामाबाद पर कार्रवाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाने में जुटी हुई है।”
पुलवामा आतंकी हमले के पीछे जैश का ही हाथ होने के बाबत भारत ने पाकिस्तान को डोजियर सौंपा है। हालाँकि इस बात पर संशय है कि चीन इस बार मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में अड़ंगा लड़ायेगा या नहीं। पुलवामा आतंकी हमले के बाद बीजिंग ने अधिकतर बयान बड़ी सावधानीपूर्वक दिए हैं, जिससे भारत को कोई नकारात्मक सन्देश न जाए।
चीन का मत
चीन ने पुलवामा आतंकी हमले और जैश ए मोहम्मद के नाम की आलोचना में यूएन में समर्थन किया था। पुलवामा आतंकी हमले के बाद सुषमा स्वराज बीजिंग की यात्रा पर गयी थी और उन्होंने विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की हवाई हमले के बाबत बताया था। इस दौरान चीनी विदेश मंत्री का व्यवहार सकारात्मक और सौहार्द था।
साथ ही भारत ने अमेरिका को पाकिस्तान द्वारा एफ 16 के इस्तेमाल के भी सबूत सौंपे हैं। भारतीय वायुसेना ने गुरूवार को सबूत के तौर पर अमराम के टुकड़े दिखाए थे, जो भारत और पाक की हवाई संघर्ष के दौरान गिराया गया था। भारत ने दावा किया कि पाकिस्तान ने बालाकोट हवाई हमले का प्रतिशोध लेने के लिए जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के ठिकानों को एफ 16 से निशाना बनाया था।