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    विराट कोहली-एमएस धोनी

    दक्षिण-अफ्रीका का विश्वकप के मैचो में भारत पर हावी रही है और दोनो टीम के बीच 3-1 की आमने-सामने की टक्कर है। 20 साल पहले जब इंग्लैंड मेघा इवेंट की मेजबानी कर रहा था, यह दोनो टीम उस समय विश्वकप में पहली बार आमने-सामने आई थी और दक्षिण-अफ्रीका ने वह मैच जीता था। साल 2019, हालांकि, अब पृष्ठभूमि अलग है। दक्षिण-अफ्रीकी टीम अपने से आगे रैंक वाली भारतीय टीम से बुधवार को साउथेमपट्टन में भिड़ेगी। विश्वकप के अपने शुरुआती दोनो मैचो में दक्षिण-अफ्रीका को हार का सामना करना पड़ा है तो उनकी टीम को दोबारा ट्रेक पर आने के लिए जीत सुनिश्चित करनी होगी।

    हालांकि, भारत के खिलाफ यह आसान नही होगा जो कि पिछले एक साल से शानदार क्रिकेट खेलते आया है। विराट कोहली की टीम अपने अभियान की शुरुआत फाफ डू प्लेसिस की कमजोर मनबोल वाली टीम से करेंगे। जेपी डुमिनी दक्षिण-अफ्रीका की बल्लेबाजी लाइन-अप के अहम खिलाड़ी है, उनका मानना है चीजो को बदलने के लिए केवल एक अच्छी पारी की जरुरत है लेकिन भारत को उन्होने एक बड़ा खतरा बताया है।

    दक्षिण-अफ्रीका को पहले मैच में मेजबान इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा तो वही दूसरे मैच में टीम को बांग्लदेश से हार का मुंह देखना पड़ा दोनो ही अवसरो पर टीम को 300 से अधिक रन का लक्ष्य का पीछा करना था और टीम उसमें कामयाब नही हो पाई। टीम की गेंदबाजी में भी अनुभव की कमी लगी और उनके गेंदबाजो ने विपक्षी टीम को आसानी से रन बटौरने दिए।

    बांग्लादेश से मिली हार के बाद स्पोर्टस्टार से बात करते हुए जेपी डुमिनी ने कहा, ” मुझे नही लगता हम ज्यादा दूर थे। हम केवल 21 रन दूरे थे, हम उन क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं जहां हम बल्ले या गेंद से अपने मौके बना सकते थे।” बाए हाथ के बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ केवल 8 रन की पारी खेली थी, लेकिन उन्होने बांग्लादेश के खिलाफ 37 गेंदो में 45 रन की पारी खेली थी लेकिन टीम को जीत दर्ज नही करा सके।

    “हम एक अच्छा प्रदर्शन गति बनाने से दूर हैं।”

    बुमराह ने भारत के स्पिन अटैक और बुमराह का उल्लेख किया

    डुमिनी ने कहा भारत के पास बहुत से मैच विजेता खिलाड़ी है, उन्होने यहा भारत के स्पिन गेंदबाजो का उल्लेख किया और भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गेंदबाज के बारे में भी बात की। उन्होंने भारत के कप्तान विराट कोहली और अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी को भी याद करते हुए मैच के लिए बहुत अनुभवी खिलाड़ी बताया, लेकिन याद दिलाया कि टूर्नामेंट की संरचना टीमों के बीच बहुत कम अंतर रखती है और यह उस दिन के प्रदर्शन के बारे में है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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