देश के प्रतिष्ठित संस्थान जेएनयू में रविवार शाम को भयानक हिंसा की घटना सामने आई। जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को विश्वविद्यालय परिसर में नकाबपोश लोगों की बड़ी भीड़ ने लाठी, डंडों और तेजाब के साथ प्रवेश किया और जेएनयू के छात्र छात्राओं पर हमला कर दिया। हिंसक भीड़ में पुरुष एवं महिलाएं दोनों शामिल थे। हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गईं और कई अन्य छात्रों व शिक्षकों को गंभीर चोटें आई हैं।
मामले में प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब जेएनयू शिक्षक संघ द्वारा परिसर में हिंसा के मुद्दे पर एक बैठक की जा रही थी, उस वक्त हमलावरों ने परिसर में प्रवेश किया और छात्रों और प्रोफेसरों के साथ मारपीट की। उन्होंने तीन छात्रावासों में प्रवेश भी किया और तोड़फोड़ की।
वाम नियंत्रित जेएनयूएयू और आरएसएस समर्थित एबीवीपी ने इस घटना के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। जिस विश्वविद्यालय के छात्र सीएए विरोधी प्रदर्शनों का पूरी ताकत के साथ समर्थन कर रहे थे, वहां पर हिंसा की घटना ने राजनीतिक हलचल खड़ी कर दी है। विपक्ष का दावा है कि सरकार ने हिंसा के जरिए छात्रों की अवाज दबाने की कोशिश की है। घटना के खिलाफ दिल्ली पुलिस मुख्यालय, एएमयू समेत कई अन्य जगहों पर प्रदर्शन जारी है।
जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष ने कुलपति को हटाए जाने की मांग की, कहा कल का हमला आरएसएस और एबीवीपी द्वारा किया गया संगठित हमला था
रविवार को जेएनयू में हुई हिंसा के दौरान गंभीर रूप से घायल हुई, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष आइशी घोष ने अस्पताल से वापस आने के बाद कहा हम इस घटना की निंदा करते हैं और हम चाहते हैं कि कुलपति को तत्काल हटाया जाए।
आइशी ने कहा, कल का हमला आरएसएस और एबीवीपी के गुंडों द्वारा किया गया एक संगठित हमला था। पिछले 4-5 दिनों से कैंपस में कुछ आरएसएस से जुड़े प्रोफेसरों और एबीवीपी द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा था।
दिल्ली : जेएनयू हिंसा के विरोध में शिक्षकों और छात्रों ने बनाई मानव श्रृंखला
राजधानी दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने विश्वविद्यालय में रविवार को हुई हिंसा के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई।
स्वाति मालीवाल नें कैंपस में महिला छात्रों पर हमलों को लेकर जेएनयू रजिस्ट्रार को समन जारी किया
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कल जेएनयू परिसर के अंदर महिला छात्रों पर हमले को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के रजिस्ट्रार को समन जारी किया।
दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस नेताओं को नहीं दी गई जेएनयू कैंपस में प्रवेश की अनुमति
दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर तृणमूल कांग्रेस के नेता शांतनु सेन, दिनेश त्रिवेदी, विवेक गुप्ता, मनीष भुइया, सजदा अहमद बैठे हुए हैं। इन नेताओं को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।
दिल्ली : विश्वविद्यालय नॉर्थ गेट पर जेएनयू हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए छात्र
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र जेएनयू हिंसा के विरोध में विश्वविद्यालय के नॉर्थ गेट के सामने एकत्रित हुए हैं। इसके मद्देनजर, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के द्वार के बाहर लगभग 700 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं
सीताराम येचुरी ने कहा, जेएनयू हिंसा तर्क और लोकतंत्र पर पूर्व नियोजित हमला
जेएनयू हिंसा पर सीपीआई (एम) जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने कहा, यह स्पष्ट रूप से बाहरी लोगों का पूर्व नियोजित हमला है। यह तर्क, चेतना और लोकतंत्र पर हमला है। 5 घंटे के लिए, कुलपति ने जवाब नहीं दिया और पुलिस को अंदर आने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए नहीं कहा।
चंडीगढ़ : एसएफआई और एआईएसएफ का विरोध प्रदर्शन
चंडीगढ़ में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन और अन्य संगठनों ने कल जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
संजय धोत्रे : संवेनशील मामलों पर बोलने से पहले विपक्ष को सोचना चाहिए
संजय धोत्रे एचआरडी राज्यमंत्री ने जेएनयू हिंसा को लेकर कहा, मैं सभी छात्र निकायों और समूहों से अपील करता हूं कि परिसर में शांति बनाए रखी जाए। ऐसे संवेदनशील मामलों पर बोलने से पहले विपक्ष को भी सोचना चाहिए, आरोपों और प्रत्यारोपों से मामले का समाधान नहीं होगा।
पी चिदंबरम : जेएनयू हिंसा हमारा तेजी से अराजकता में उतरने का सबूत
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने जेएनयू हिंसा पर कहा, यह घटना शायद सबसे अधिक सबूत है कि हम तेजी से अराजकता में उतर रहे हैं। यह केंद्रीय राजधानी, गृह मंत्री, एलजी और पुलिस आयुक्त की निगरानी में भारत की अग्रणी यूनिवर्सिटी में हुआ।
हम मांग करते हैं कि हिंसा के अपराधियों (जेएनयू) की पहचान की जाए और उन्हें 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर न्याय किया जाए। हम यह भी मांग करते हैं कि अधिकारियों पर जवाबदेही तय की जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए।
पश्चिम बंगाल : कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में जेएनयू हिंसा के विरोध में प्रदर्शन
कोलकाता: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कल हुई हिंसा के खिलाफ जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में कल हुई हिंसा को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और अन्य छात्रों के संगठनों ने भी कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया।
उद्धव ठाकरे : जेएनयू हमले ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले की याद दिलाई
जेएनयू हिंसा पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि, हमलावरों को मास्क पहनने की क्या जरूरत थी? वे कायर थे। मैं टीवी पर देख रहा था और इसने मुझे 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले की याद दिला दी। मैं महाराष्ट्र में इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं करूंगा।
#WATCH Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray on JNU violence: What was the need for attackers to wear masks? They were cowards. I was watching on TV and it reminded me of the 26/11 Mumbai terror attack. I will not tolerate such attacks in Maharashtra pic.twitter.com/LR1kpctk8K
— ANI (@ANI) January 6, 2020
उन्होंने कहा, यह पता लगाने की जरूरत है कि ये नकाबपोश हमलावर कौन थे? देश के छात्रों में भय का माहौल है, हम सभी को एक साथ आकर उनमें आत्मविश्वास पैदा करने की जरूरत है।
जेएनयू चीफ प्रॉक्टर : एमएचआरडी सचिव के साथ अच्छी बैठक, विश्वविद्याल को सामान्य बनाने के प्रयास जारी
जेएनयू चीफ प्रॉक्टर धनंजय सिंह ने एमएचआरी के साथ बैठक के बाद कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वविद्यालय में बेरोकटोक हिंसा हुई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के सचिव के साथ आज हमारी बहुत अच्छी बैठक हुई। विश्वविद्यालय को सामान्य बनाने के प्रयास जारी हैं।
सोनिया गांधी : जेएनयू हमला सरकार की असहमति की आवाज को दबाने की हद का डरावना स्मरण
जेएनयू हिंसा पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि, भारत के युवाओं और छात्रों की आवाज़ को हर रोज़ मजाक बनाया जा रहा है। सत्तारूढ़ मोदी सरकार के सक्रिय उन्मूलन के साथ गुंडों द्वारा भारत के युवाओं पर भयावह और अभूतपूर्व हिंसा की गई। यह बहुत ही निराशाजनक और अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा, कल दिल्ली के जेएनयू में शिक्षकों और छात्रों पर हुआ भयावय हमला डरावना स्मरण है, कि सरकार असहमति की आवाज को दबाने और आधीन करने के लिए किस हद तक जा सकती है।
अखिलेश यादव : निष्पक्ष जांच की जरूरत, पता होना चाहिए मुख्य साजिशकर्ता कौन था ?
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेएनयू हिंसा के मामले में कहा, देश और दुनिया ने देखा कि कैसे नकाबपोश हमलावरों ने दिल्ली के जेएनयू परिसर में प्रवेश किया और योजनाबद्ध तरीके से कहर बरपाया। निष्पक्ष जांच की जरूरत है क्योंकि हमें पता होना चाहिए कि इसके पीछे मुख्य साजिशकर्ता कौन था।
ममता बनर्जी : जेएनयू हिंसा लोकतंत्र पर खतरनाक हमला, उनके खिलाफ बोलने वाले को पाकिस्तानी करार कर दिया जाता है
#WATCH West Bengal CM Mamata Banerjee on #JNUViolence : It is very disturbing, it is a dangerous planted attack on democracy.Anyone who speaks against them is labelled a Pakistani and an enemy of the country. We never saw such a situation in the country before this. pic.twitter.com/79oegFnMeA
— ANI (@ANI) January 6, 2020
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने जेएनयू हिंसा को लेकर कहा, यह बहुत ही परेशान करने वाली घटना है। यह लोकतंत्र पर एक खतरनाक हमला है। जो कोई भी उनके खिलाफ बोलता है उसे पाकिस्तानी और देश का दुश्मन करार दिया जाता है। हमने इससे पहले देश में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी।
ममता बनर्जी ने आगे कहा, दिल्ली की पुलिस अरविंद केजरीवाल के अधीन नहीं है, बल्कि केंद्रीय सरकार के अधीन है। एक तरफ उन्होंने भाजपा के गुंडों को भेजा है और दूसरी तरफ उन्होंने पुलिस को निष्क्रिय कर दिया है। यदि वे उच्च प्राधिकारी द्वारा निर्देशित हैं तो पुलिस क्या कर सकती है। यह फासीवादी सर्जिकल स्ट्राइक है।
असदुद्दीन ओवैसी : राजनीतिक शक्तियों ने हिंसा को दी हरी झंडी, पुलिस में उन्हें सुरक्षित मार्ग से जाने दिया
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जेएनयू हिंसा मामले में कहा, मैं इस हिंसा की निंदा करता हूं। इसमें कोई शक नहीं है कि इन लोगों को शक्तियों द्वारा हरी झंडी दी गई थी। उन्होंने एक कायरतापूर्ण तरीके से अपने चेहरे को ढँक लिया था और उन्हें जेएनयू में छड़ और लाठी के साथ प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी। इसके अलावा एक वीडियो भी है, जिसमें दिखाया गया है कि पुलिस ने उन्हें सुरक्षित मार्ग से जाने दिया।
उत्तर प्रदेश : जेएनयू हिंसा के बाद एएमयू समेत अन्य विश्वविद्यालयों में अतिरिक्त बल तैनात
जेएनयू में हिंसा के बाद, उत्तर प्रदेश में पुलिस ने अलर्ट पर है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय सहित राज्य भर के विश्वविद्यालयों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
बीएचयू में भारी मात्रा में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
प्रकाश जावड़ेकर : कांग्रेस, कम्युनिस्ट और आप विश्वविद्यालयों में हिंसा का माहौल बनाना चाहते हैं
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेएनयू हिंसा मामले में कहा है कि, हम जेएनयू में हुई हिंसा की निंदा करते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। कांग्रेस, कम्युनिस्ट, आप और कुछ तत्व देश भर के विश्वविद्यालयों में हिंसा का माहौल बनाना चाहते हैं।
दिल्ली युनिवर्सिटी में आज एनएसयूआई का विरोध प्रदर्शन
रविवार को जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) दिल्ली यूनिवर्सिटी में नॉर्थ कैंपस के कला संकाय में आज दोपहर 2 बजे, विरोध प्रदर्शन करने करेगा।
जेएनयू हॉस्टल वार्डन ने दिया इस्तीफा
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के साबरमती हॉस्टल के वरिष्ठ वार्डन आर मीणा ने इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा है कि, ‘हमने कोशिश की लेकिन छात्रावास को सुरक्षा नहीं दे सके।
रणदीप सुरजेवाला : दिल्ली पुलिस की निगरानी में हुई गुंडागर्दी, जिसे अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जाता है
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि, पूरे देश ने कल जेएनयू के परिसर में राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद को देखा। यह सब जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की निगरानी में हुआ, जो सीधे गृह मंत्री अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
जेएनयू कुलपति जगदीश कुमार : बिना किसी बाधा के संपन्न होगा शीतकालीन सत्र पंजीकरण
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा है, हम सभी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील करना चाहेंगे। विश्वविद्यालय सभी छात्रों द्वारा अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने की सुविधा प्रदान करने के लिए खड़ा है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनका शीतकालीन सत्र पंजीकरण बिना किसी बाधा के संपन्न होगा। उन्हें अपनी प्रक्रिया के बारे में डरने की जरूरत नहीं है। विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता हमारे छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करना है।
कुलपति ने कहा, जेएनयू में वर्तमान स्थिति की उत्पत्ति कुछ आंदोलनकारी छात्रों के हिंसक होने और बड़ी संख्या में गैर-प्रदर्शनकारी छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों को बाधित करने में निहित है। उन्होंने शीतकालीन सेमेस्टर पंजीकरण को बाधित करने के लिए विश्वविद्यालय संचार सर्वरों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
स्मृति ईरानी : छात्रों को राजनीतिक मोहरों के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए
जेएनयू हिंसा पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि जांच शुरू हो गई है। इसलिए इस पर अभी बोलना ठीक नहीं होगा, लेकिन विश्वविद्यालयों को राजनीति के केंद्र में नहीं रखा जाना चाहिए, न ही छात्रों को राजनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) देवेंद्र आर्य : जामिया हिंसा का संज्ञान लिया है और एफआईआर दर्ज की है
डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) देवेंद्र आर्य, ने कहा है कि, हमने कल के जेएनयू में हुई हिंसा की घटना का संज्ञान लिया है और एक प्राथमिकी दर्ज की है। सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज जांच का हिस्सा होंगे।
गृहमंत्री से शाह ने दिल्ली उपराज्यपाल बैजल से बात की
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की, उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रतिनिधियों को बुलाने और वार्ता आयोजित करने का अनुरोध किया।
दिल्ली पुलिस में जेएनयू हिंसा मामले में एफआईआर दर्ज की, हिंसा में घायल हुए 23 छात्रों को अपस्ताल से छुट्टी
दिल्ली पुलिस के सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में कल हुई हिंसा के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है। अस्पताल में भर्ती 23 छात्रों को छुट्टी दे दी गई है।
गिरिराज सिंह : विमपंथी छात्रों ने जेएनयू को गुंडागर्दी के केंद्र में बदला
जेएनयू हिंसा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि वामपंथी छात्र जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को गुंडागर्दी के केंद्र में बदल दिया है।
कपिल सिब्बल : कई प्रश्न अनुत्तिरतत हैं, स्पष्ट साजिश है
कांग्रेस नेता, कपिल सिब्बल ने जेएनयू हिंसा को लेकर कहा कि, नकाबपोश लोगों को कैंपस में कैसे घुसने दिया गया? कुलपति ने क्या किया? पुलिस बाहर क्यों खड़ी थी? गृह मंत्री क्या कर रहे थे? ये सभी प्रश्न अनुत्तरित हैं। यह एक स्पष्ट साजिश है, जांच की जरूरत है।
दिल्ली : हिंसा के बाद छात्रों ने परिसर छोड़ना शुरू किया
रविवार शाम जेएनयू में हुई हिंसा के बाद सोमवार सुबह जेएनयू की एक छात्रा को विश्वविद्यालय परिसर छोड़ते हुए देखा गया। उसने मामले पर बात करने पर उन्होंने कहा कि, ” लोग लाठी और डंडों से लैस होकर बाहर से आए थे। विश्वविद्यालय में स्थित गंभीर है, इसलिए मैं अभी के लिए परिसर छोड़ रही हूं।”
दिल्ली : सीएम केजरीवाल के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों की बैठक
राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर रविवार को घटित हुई जेएनयू हिंसा के मामले में बैठक चल रही है। बैठक में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के मंत्री मौजूद हैं।
केरल : सीएम पिनारई विजयन ने कहा संघ परिवार कैंपस में खूनखराबे का खेल बंद करे
केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने जेएनयू हिंसा मामले में कहा है कि, छात्रों पर हमला असहिष्णुता का परिणाम है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के परिसर में छात्रों और शिक्षकों पर नाजी शैली का हमला उन लोगों द्वारा किया गया है जो देश में अशांति और हिंसा पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि, संघ परिवार को कैंपस में खूनखराबे के इस खतरनाक खेल को समाप्त करना चाहिए। अच्छा होगा यदि वे समझें कि छात्रों की आवाज भूमि की आवाज है।
दिल्ली पुलिस : कई शिकायतें मिलीं, जल्द होगी एफआईआर दर्ज
दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा के मामले में कहा है कि, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कल हुई हिंसा के संबंध में हमें कई शिकायतें मिली हैं। हम जल्द ही एफआईआर दर्ज करेंगे।
महाराष्ट्र : मुंबई में विभिन्न कॉलेजों के छात्रों का गेटवे ऑफ इंडिया के बाहर विरोध प्रदर्शन
मुंबई स्थित विभिन्न कॉलेजों के छात्र रविवार को जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन के लिए बड़ी संख्या में गेटवे ऑफ इंडिया के बाहर एकत्रित हुए हैं।
अभिनेता सुशांत सिंह भी गेटवे ऑफ इंडिया पहुंचते हैं जहां छात्र कल जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
एमएचआरडी के सचिव में जेएनयू के रजिस्ट्रार और प्रॉक्टर को मिलने बुलाया
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के सचिव ने आज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर और रेक्टर को अपने कार्यालय में बुलाया है।
दिल्ली : जेसीसी ने की हिंसा करने वाले लोगों की पहचान और एफआईआर की मांग
जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) ने जेएनयू हिंसा को लेकर कहा है, हम मांग करते हैं कि जिन गुंडों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आतंक फैलाया है। उनकी पहचान की जाए और उनके खिलाफ तुरंत एक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) शुरू की जाए।
उत्तर प्रदेश : एएमयू में जेएनयू हिंसा के विरोध में कैंडललाइट प्रदर्शन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रों ने कल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा के खिलाफ कैंडललाइट प्रदर्शन किया।
जेएनयू परिसर में दिल्ली पुलिस ने फ्लैग मार्च किया
जेएनयू में हिंसा की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने विश्विद्यालय परिसर में फ्लैग मार्च की।
#WATCH Delhi: 'Delhi police, go back' slogans raised during the flag march conducted by police inside Jawaharlal Nehru University (JNU) campus. pic.twitter.com/w5OYN3DAo0
— ANI (@ANI) January 5, 2020
इस दौरान जेएनयू छात्रों द्वारा दिल्ली पुलिस वाप जाओं के नारे लगाए गए।
जेएनयू शिक्षक महासंघ : हिंसक कृत्य की निंदा की, आंदोलनकारियों से हिंसा के दूर रहने की अपील
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ (जेएनयूटीएफ) ने मामले में कहा है कुछ हिंसक आंदोलनकारी छात्रों द्वारा बनाए गए भय और क्रूरता के माहौल को लेकर जेएनयूटीएफ बेहद चिंतित है। जेएनयूटीएफ आंदोलनकारियों द्वारा इस तरह के हिंसक कृत्य की निंदा करता है।
साथ ही जेएनयूटीएफ ने आंदोलनकारियों और उनके संरक्षकों से अपील की कि वे हिंसा और आपराधिक गतिविधियों के लिए छात्रों को न उकसाएं। हम जेएनयू के शांतिपूर्ण वातावरण को बहाल करने के लिए जेएनयू समुदाय से अपील करते हैं। जहां कोई लोकतांत्रिक तरीके से अपनी असहमति व्यक्त कर सकता है।