जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयूएसयू) छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने विवि परिसर में शनिवार को हुई हिंसा के मद्देनजर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है, “मैं उस घटना की शिकायत दर्ज करा रही हूं, जिसमें भीड़ ने हमला करने, डराने और मेरी हत्या करने की साजिश रची और उस घटना को अंजाम दिया, जिसके लिए मैं आपसे एफआईआर दर्ज करने और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आग्रह करती हूं।”
उन्होंने कहा कि पांच जनवरी को अपराह्न् में उन्हें विवि परिसर के छात्रों से सूचना मिली कि एबीवीपी से जुड़े कुछ छात्र कुछ अज्ञात लोगों के साथ छड़, लाठी और हथौड़े जैसे हथियार लेकर गंगा बस स्टॉप के पास इकट्ठे हैं।
उन्होंने अपनी शिकायत में लिखा है, “मुझे और वहां मौजूद निखिल मैथ्यू (श्रम अध्ययन में एमए) को नकाबपोशों की भीड़ ने घेर लिया। 20-30 लोगों की भीड़ ने मुझे ’24 इनटू 7′ (रेस्तरॉ) के पास एक कार के पीछे खींच लिया और मेरे आग्रह करने के बावजूद उन्होंने मुझे नहीं जाने दिया और छड़ों से मुझपर हमला कर दिया, जिससे मैं गिर गई। मुझे याद है कि मध्यम लंबाई का एक व्यक्ति भूरी, लाल रंग का स्वीटशर्ट पहने था, जिसपर यूसीएलए लिखा था। वह बिना नकाब के मेरे सामने था तो मैंने उसका चेहरा देखा है। और दोबारा देखने पर उसे पहचान सकती हूं।”
उन्होंने कहा, “उपरोक्त लोगों ने एकसाथ मुझपर हमला किया और मेरे सर पर लोहे की छड़ से कई बार प्रहार किया। मैं जमीन पर गिर गई और मेरे सर से खून बहने लगा, और उनमें से किसी ने मुझे लात मारी और मेरे हाथ तथा सिर, सीने और पीठ समेत शेष शरीर पर छड़ से हमला किया।”
उन्होंने कहा, “इस शिकायत के साथ मैं अपनी चोटों की मेडिकल रिपोर्ट भी सौंप रही हूं। निखिल मैथ्यू ने मुझे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसके सर और बाहों पर भी हथौड़े और अन्य हथियारों से हमला कर दिया गया। हमलावरों के समूह और उनकी हरकतों का उद्देश्य मेरी तथा मुझसे जुड़े लोगों की हत्या करना था।”