जापान में आयोजित जी-20 के सम्मेलन की मुलाकात में इंडो-जापानी प्रतिनिधि समूह की बातचीत में शिजो आबे ने पीएम नरेंद्र मोदी को दोबारा सत्ता में वापसी की शुभकामनाएं दी और इस वर्ष के अंत में भारत यात्रा का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने बैठे जापानी पीएम आबे ने कहा कि “इंडो जापानी संबंधों में विश्व की सबसे अधिक क्षमता है।”
उन्होंने कहा कि “उच्च डायमेंशन के स्तर तक लाने के लिए हम हाथ से हाथ मिलाकर बेहतर कार्य करना होगा। अगली दफा भारत यात्रा की मेरी बारी है और मैं इसकी तरफ विचार कर रहा हूँ।” भारत ने शिंजो आबे की आगामी यात्रा की पुष्टि की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि “हमारे संबंधों के रणनीतिक सांचे का विस्तार कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने जापानी समकक्षी शिंजो आबे से जी-20 सम्मेलन में मुलाकात की थी। संयुक्त हित के व्यापक पहलुओं पर चर्चा की थी। पीएम आबे ने बताया कि इस वर्ष के अंत में वार्षिक सम्मेलन के वह भारत की यात्रा करेंगे।”
नरेंद्र मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ थे। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अक्टूबर में जापान की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि “मैं खुश हूँ कि हमारे राष्ट्रपति कोविंद अक्टूबर के महीने में जापानी सम्राट नारुहितो का राजतिलक करेंगे।”
पीएम मोदी जी-20 के सम्मेलन के लिए दो दिवसीय यात्रा के लिए जापान गए हैं और इसकी थीम “ह्यूमन सेंटर्ड फ्यूचर सोसाइटी” पर आधारित थी। जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि “एक बार फिर मैं तहे दिल से चुनावो में प्रचंड जीते के लिए बधाई देता हूँ।”
भारत के शेरपा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु होंगे। उनके मुताबिक भारत का ऊर्जा सुरक्षा, वित्तीय स्थिरता, बहुपक्षवाद में सुधार और डब्ल्यूटीओ में सुधार मुख्य एजेंडा होंगे। जी-20 में एर्जेन्टीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको,रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीफा, दक्षिण कोरिया, तुर्की, अमेरिका और ब्रिटेन शामिल है।