जी 20 के आयोजन का सम्मेलन ऐर्जेंटिना मर आयोजिय किया जा रहा हैं। भारत ने इस आयोजन में सदस्यों देशों साझा प्रयास का आवाह्न किया जो भगोड़े आर्थिक अपराधियों के लिए कर प्रवेश और सुरक्षित पनाहों के किये लिए न करता है।
भारत ने शुक्रवार को नौ एजेंडा को प्रस्तावित किया था। भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने जी 20 सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय व्यापार, अंतराष्ट्रीय वित्तीय और टैक्स प्रणाली के बाबत बात कही थी।
एजेंडा में मुताबिक सहयोग एक कानूनी प्रयास है। भारत ने जी 20 के सभी सदस्य देशों को एक ऐसे उओकरण की तलाश को कहा है जो भगोड़े आर्थिक अपराधियों को सुरक्षित पनाह और प्रवेश पर गाज गिर सके।
उन्होंने कहा कि यूनाइटेड नेशन कन्वेंशन अगेंस्ट करप्शन के सिद्धांत, अंतरराष्ट्रीय सहयोग से संबंधित युनाइटेड नेशन कन्वेंशन अगेंस्ट ट्रांसनेशनल क्राइम के सभी प्रभावी तौर और पूर्णतः लागू होने चाहिए।
भारत ने कहा कि फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स को भगोड़े आरती अपराधियों की मानक परिभाषा तैयार करनी होगी। एफएटीएफ को प्रत्यर्पण, पहचान और न्यायिक प्राक्रिय से संबंधित मानक तैयार करने चाहिए ताकि भगोड़े आर्थिक अपराधियों से निपटा जा सके।
भारत ने एक साझा मंच का प्रस्ताव बजी दिया जहां प्रत्यपर्ण से संबंधित सफलता के सूत्रों को साझा किया जा सके। जी 20 फोरम को आर्थिक भगोड़े अपराधियों की संपत्ति को कर्ज की वसूली के लिए इस्तेमाल करने की पहल करनी चाहिए।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐर्जेंटिना में आयोजित जी 20 के सम्मेलन में शरीक होने गए हैं। इस दौरान उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय मुलाकातऔर रूसी राष्ट्रपति व्लामदिर पुतिन के साथ त्रिपक्षीय मुलाकात की थी।