अर्जेंटीना में आयोजित जी 20 सम्मेलन में पूरे विश्व की निगाहें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात पर था। चीन और अमेरिका के मध्य छिड़ी व्यापार जंग का इस मुलाकात से कम होने के आसार दिख रहे थे और वाकई ऐसा संभव भी हुआ है।
डोनाल्ड ट्रम्प और शी जिंगपिंग ने व्यापार युद्ध को बढाने वाले शुल्क न लगाने पर सहमती दर्ज की है। हालांकि दो वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के मध्य चल रहे शुल्क उसी प्रकार ही रहेंगे। व्हाइट हाउस ने कहा कि जनवरी से चीनी उत्पादों पर लगाये जाने वाले 10 से 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क पर फिलहाल रोक लगा दी गयी है। हालांकि बातचीत के बाद यह तय किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह बैठक बेहद फलदायी साबित हुई है।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि इस समझौते के सिद्धांत के मुताबिक दोनों राष्ट्रों के मध्य आर्थिक मनमुटाव को अधिक खिंचा नहीं जायेगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह एक फायदेमंद सौदा है और अमेरिकी किसानों को यह काफी प्रभावित करेगा। इस समझौते के तहत डोनाल्ड ट्रम्प ने चीनी उत्पादों पर अब शुल्क लगाने के निर्णय को रद्द कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि चीन अमेरिका से अधिक मात्र में उत्पाद खरीदेगा। उन्होंने कहा कि चीन के लिए यही वक्त है कि समस्याओं को न्योता देने की बजाये निम्न स्तर से कार्य शुरू करें। वांशिगटन में विदेशी संबंधों के पूर्व अधिकारी ने कहा कि अभी काफी कुछ तय करना शेष है। उन्होंने कहा कि कई मसलों पर अभी बातचीत करना बाकी है।
अमेरिका ने चीन से आयत उत्पादों पर 260 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगाया था, इसके प्रतिकार में चीन ने अमेरिकी सामान पर 60 बिलियन डॉलर का शुल्क लगाया था। इस बैठक के बाबत जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि विश्व की जरूरतों के अनुकूल अमेरिकी चीनी सम्बन्ध पटरी से उतरे हुए हैं, कारणवश इन सभी प्रक्रियाओं से हम सभी प्रभावित हो रहे हैं।