जी एंटरटेनमेंट नें रिलायंस जिओ के सभी नेटवर्क से अपना कंटेंट हटा लिया है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि दोनों कंपनियों के बीच एक करार होने वाला था, जो फाइनल नहीं हो पाया था।
आपको बता दें इससे पहले जिओ के ग्राहक जिओ टीवी के जरिये सभी टीवी चैनल देखा करते थे। इसमें जी के सभी चैनल, जैसे जी टीवी, जी सिनेमा, जी न्यूज़, जी मराठी आदि शामिल थे। इस योजना के लिए दोनों कंपनियों के बीच एक करार था।
अब हालाँकि ऐसी खबरें हैं, कि दोनों कंपनियों के बीच नया करार फाइनल नहीं हो पाया है, जिसके बाद जी नें अपना पूरा कंटेंट वापस ले लिया है।
मुकेश अम्बानी की कंपनी जिओ और जी के बीच 2016 में एक करार हुआ था, जिसमें जी नें अपना कंटेंट जिओ के साथ शेयर करने का निश्चय किया था। हालाँकि अब लगता है कि वह करार रद्द हो गया है।
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस जिओ और जी के बीच भीतर ही भीतर एक विवाद चल रहा है। इससे जुड़े एक अधिकारी नें बताया है, “यह पैसों से सम्बंधित मुद्दा है। जिओ के बहुत जल्द बहुत ज्यादा ग्राहक हो गए हैं। आज जिओ के लगभग 21.5 करोड़ ग्राहक हैं। ऐसे में बड़ी मात्रा में ग्राहक लाइव टीवी देखते हैं, जिसमें जी के चैनल भी शामिल हैं। अब हालाँकि ज़ी एक बेहतर सौदा करने की सोच रहा है, जो जिओ को नामंजूर है।”
आपको बता दें कि सिर्फ टीवी कंटेंट ही नहीं, बल्कि ज़ी नें अपना ऑनलाइन कंटेंट भी जिओ सिनेमा के साथ साझा किया था। 6 अगस्त के बाद से अब वह कंटेंट भी जिओ की वेबसाइट से वापस ले लिया गया है। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों नें अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं की है।
जिओ नें हालाँकि इस बात पर अपने विचार रखे हैं। जिओ के एक प्रवक्ता नें बताया है, “जिओ सभी कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिससे ग्राहकों और कंपनियों दोनों को फायदा पहुँच सके।”
जिओ की बढ़ती लोकप्रियता का बखान कुछ समय पहले मुकेश अम्बानी नें भी किया था। जाहिर है पिछले महीनें जिओ की सालाना बैठक थी। इसमें अंबानी नें कहा था कि सिर्फ 22 महीनों में ही जिओ के साथ लगभग 21.5 करोड़ लोग जुड़ गए हैं।
ये ग्राहक हर महीनें करीबन 240 करोड़ जीबी डेटा इस्तेमाल कर रहे हैं और लगभग 340 करोड़ घंटे विडियो देख रहे हैं।