वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए रिटर्न फाइलिंग प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए हैं। केंद्र और राज्य जीएसटी अधिकारियों ने शनिवार को एक राष्ट्रव्यापी ‘जीएसटी स्टेकहोल्डर फीडबैक दिवस’ का आयोजन किया। सीतारमण ने एक ट्वीट में कहा, “आप को याद दिला दूं : आज सात दिसंबर को सभी जीएसटी कार्यालय फाइलिंग प्रक्रिया को आसान बनाने के सुझाव प्राप्त करने के लिए तैयार रहेंगे।”
इस व्यवस्था के अनुसार, सुझाव देने वाले लोग देशभर के जीएसटी कार्यालयों से संपर्क कर अपने सुझाव दे सकते हैं।
शुक्रवार को एक बयान में वित्त मंत्रालय ने कहा, “सभी जीएसटी हितधारकों से अनुरोध किया जाता है कि वे देश भर में अपने निकटतम सीजीएसटी या एसजीएसटी कार्यालयों में आयोजित होने वाले प्रतिक्रिया सत्रों (फीडबैक सेशन) में सक्रिय रूप से भाग लें।”
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इस कार्यक्रम का फोकस इन नए रिटर्न के अनुपालन और अपलोडिंग में आसानी का आंकलन करने पर होगा, ताकि रिटर्न को अनिवार्य रूप से बनाए जाने पर व्यापार को किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े।
इसके साथ ही बयान में कहा गया है कि इस प्रतिक्रिया सत्र में वाणिज्य एवं उद्योग के सभी प्रमुख चैंबर के साथ ही अन्य व्यापारिक संगठनों से जुड़े लोग शामिल होंगे।
आधिकारिक बयान के अनुसार, जीएसटी लागू होने के बाद यह पहली बार है, जब करदाता परामर्श कार्यक्रम इतने बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
शनिवार को देशभर के कई जीएसटी कार्यालयों ने फीडबैक कार्यक्रम के आयोजन की तस्वीरें साझा कीं।