रिलायंस ने अपने 4जी नेटवर्क आधारित जियो फोन को देश में फीचर फोन की जगह लेने के लिए ही उतारा था। वहीं दूसरी ओर एयरटेल ने एक ओर जहाँ नए स्मार्टफोन की खरीद में यूजर को छूट देने की पेशकश की, लेकिन खुद के 4जी संचालित फीचर फोन के बारे में कोई पहल नहीं की, ऐसे में फीचर फोन के मामले में जियो का वर्चस्व अब बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है।
देश में आज भी सबसे अधिक तादाद में लोग फीचर फोन का ही इस्तेमाल करते हैं। देश में करीब 2 दशक पहले अस्तित्व में आए सभी फीचर फोन आज भी 2जी नेटवर्क पर ही संचालित होते हैं।
ऐसे में देश में अब जहाँ 4जी नेटवर्क एक क्रांति का रूप ले चुका है, वहीं देश 5जी नेटवर्क के स्वागत की तैयारी कर रहा है, ऐसे में 2जी नेटवर्क की सेवाएँ बेहद सीमित नज़र आती है।
इसी को ध्यान में रखते हुए जियो ने फीचर फोन की कीमत में देश में जियो का 4जी फीचर फोन पेश कर दिया। जियोफोन ने बहुत ही कम समय में देश के निम्न मध्यमवर्गीय परिवार व निम्न वर्गीय परिवारों तक अच्छी पकड़ बना ली है।
एयरटेल द्वारा 4जी फेचर फोन के बाज़ार में प्रवेश को लेकर एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्ठल ने कहा है कि “हम 4जी फीचर फोन के व्यवसाय में नहीं उतार रहे हैं, हमारे पास स्मार्टफोन यूजर्स है। हम फीचर फोन उपयोगकर्ता को सीधे 4जी स्मार्टफोन कि तरफ बढ़ने के लिए कहा रहे हैं।”
अब ऐसे में लोग झन कम कीमत में अधिक तकनीक चाहते हैं, वहाँ वे 4जी सुविधा वाले फीचर फोन को चुनने से भला क्यों चूंकेंगे?
जियोफोन में ग्राहक को जियो से संबन्धित सभी सुविधाएं मिल रहीं है, फिर चाहे वो जियोटीवी हो, जियो म्यूजिक हो या तेज़ इंटरनेट हो। जियो फोन 2जी सेगमेंट पर पूरी तरह से कब्जा करने की रणनीति से आगे बढ़ता हुआ दिख रहा है।