नई दिल्ली, 22 मई (आईएएनएस)| सेलिब्रिटी टिकटॉक आर्टिस्ट व दक्षिण दिल्ली में जिम ट्रेनर मोहित मोर की सनसनीखेज हत्या की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता दिनदहाड़े उनकी हत्या के पीछे की वजह हो सकती है।
हैरानी की बात यह है कि महज कुछ दिनों के भीतर द्वारका क्षेत्र में यह तीसरा सनसनीखेज शूटआउट है। रविवार शाम द्वारका मोड़ मेट्रो स्टेशन के नीचे एक भीड़भाड़ वाली सड़क पर भीषण गोलीबारी के बाद दो वांछित अपराधियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसी रात, शाहदरा के विवेक विहार में एक संदिग्ध अपराधी के साथ झगड़े के बाद दिल्ली पुलिस के एक 58 वर्षीय सब-इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते अपराध के ग्राफ के बारे में चिंता जताते हुए दिल्ली के पूर्व पुलिस आयुक्त अजय राज शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि बड़े अपराधियों पर पूरे शहर में कार्रवाई करना समय की जरूरत है।
शर्मा ने कहा, “यह जानकर हैरानी होती है कि इनमें से अधिकांश घटनाओं में आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी इलाके में मोटरसाइकिलों की लगातार चेकिंग और तलाशी होनी चाहिए। गैंगवार गोलीबारी में शामिल हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत आरोप दर्ज किया जाना चाहिए।”
टिकटॉक पर 5,00,000 से अधिक और इंस्टाग्राम मोबाइल एप पर 3,000 फालोअर्स वाले मोहित मोर को नजफगढ़ के एक भीड़भाड़ वाले बाजार में एक फोटोकॉपी की दुकान के अंदर गोलियों से छलनी कर दिया गया था।
हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले मोहित ने नजफगढ़ में एक जिम ट्रेनर के रूप में काम किया। वह टिकटॉक और इंस्टाग्राम पर फिटनेस वीडियो डालते थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रथम दृष्ट्या यह व्यक्तिगत दुश्मनी और पैसे के विवाद का मामला मालूम पड़ता है।”
अधिकारी ने कहा, “हम सोशल मीडिया पर उनकी किसी के साथ दुश्मनी का पता लगाने के लिए उनके टिकटॉक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर की गई टिप्पणियों और कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड (सीडीआर) खंगाल रहे हैं, ताकि हमें मामले को हल करने में मदद मिल सके।”