हिंदुस्तान के विभाजन से पूर्व मुंबई में स्थित पाकिस्तान के निर्माता मोहम्मद अली जिन्ना के घर पर दोनों राष्ट्रों के मध्य झगड़े की एक नहीं जड़ पैदा हो गयी है। जिन्ना की संपत्ति पर पाकिस्तान अपना अधिकार का दावा कर रह है। वही भारत के मुताबिक यह उनके नियंत्रण में हैं।
जिन्ना का घर पाक का है
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना के घर पर भारत के नियंत्रण को बर्दास्त नहीं करेंगे। प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि जिन्ना के घर को पाकिस्तानी राजदूत के निवास के लिए उन्हें सौंप दिया जाए। उन्होंने कहा कि हम उस घर पर दावा करते हैं, हम जिन्ना के निवास स्थान पर किसी का अधिकार बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय ने पूर्व ही घर को पाकिस्तान से सम्बंधित संपत्ति स्वीकार किया है, हमारे पास रिकॉर्ड है कि भारत ने स्वीकार किया है।
जिन्ना के घर पर भारत का नियंत्रण
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान का जिन्ना के निवास स्थान पर कोई अधिकार नहीं है क्योंकि वह संपत्ति भारत से सम्बंधित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जिन्ना का पूर्व निवास स्थान अब भारत का अधीन है और इससे पाकिस्तान का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत उस संपत्ति का दोबारा नवीकरण करेंगे और उसे वैसे ही इस्तेमाल करेंगे, जैसे हैदराबाद हाउस का दिल्ली में करते हैं।
रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान इस संपत्ति का मालिक कही से नहीं दिखता, हमारा इस पर मत स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि यह संपत्ति हमारी है और अगर कोई इस पर दावा करता है, तो हमें उसके खिलाफ लड़ना होगा।
इकनोमिक टाइम्स के मुताबिक हाल ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भाजपा के सांसद मंगल प्रभात को चिट्टी लिखी थी और कहा कि सरकार जिन्ना के घर का नवीकरण करने की प्रक्रिया शुरू कर रही है।
जिन्ना की पुत्री की मांग
अगस्त 2007 में मोहम्मद अली जिन्ना की पुत्री दिन वाडिया ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी और कहा कि मुंबई स्थित इस घर में उनके पिता की आत्मा बस्ती है और उन्हें इस घर का अधिकार चाहिए। जिन्ना की पुत्री के देहांत के बाद उनके पुत्र नुस्ली नेविल्ले वाडिया ने इस मुक़दमे बाजी को जारी रखा है।
इस अदालती मामले पर रवीश कुमार ने कहा कि “कौन प्रतिस्पर्धा कर रहा है, इससे कोई भी लेना देना नहीं है। यह संपत्ति भारत सरकार से सम्बंधित है।”