हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की पहल जिंक फुटबाल को फुटबाल दिल्ली के पहले अवाडर्स नाइट में ‘बेस्ट ग्रासरूट्स फुटबाल प्रोजेक्ट ऑफ द ईयर’ के पुरस्कार से नवाजा गया। यहां आयोजित पुरस्कार समारोह में मिले इस अवार्ड के माध्यम से फुटबाल के लिए माहौल बनाने और इस खेल के लिए जमीन पर शिद्दत से काम करने के हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के प्रयासों को सराहा गया।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की यह पहल सामाजिक और आर्थिक उत्थान, युवा विकास, सामुदायिक विकास, महिला सशक्तिकरण और स्वस्थ जीवनशैली पर जोर देते हुए भारतीय फुटबाल के विकास में योगदान देने की कल्पना पर आधारित है।
जिंक फुटबाल खेल के विकास के लिए राजस्थान में 12 कम्यूनिटी फुटबाल सेंटर्स में 350 जुनूनी बच्चों को प्रशिक्षण दे रहा है। इन केंद्रों में यह बच्चे प्रशिक्षित फुटबाल प्रशिक्षकों के माध्यम से तराश जा रहे हैं।
इस पहल के तहत हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने उदयपुर के पास स्थित जावर में देश की पहला तकनीकी आधारित फुटबाल ट्रेनिंग अकादमी शुरू की है। इसे जिंक फुटबाल नाम दिया गया है और इस अकादमी में अभी अंडर-16 आयु वर्ग के 40 बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ फुटबाल की कला सीख रहे हैं।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने कहा, “हम इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं और साथ ही बेस्ट ग्रासरूट फुटबाल प्रोजेक्ट आफ द ईयर’ का पुरस्कार जीतने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम जिंक फुटबाल के माध्यम से राजस्थान और देश में फुटबाल के क्षेत्र में परिवर्तन लाना चाहते हैं। हमारा सारा ध्यान जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को तराशना है।”
दिल्ली में फुटबाल की सर्वोच्च संस्था-फुटबाल दिल्ली के पहले वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में देश में फुटबाल के विकास में योगदान देने वाले लोगों को पुरस्कृत किया गया।
फुटबाल दिल्ली के अध्यक्ष साजी प्रभाकरण ने कहा, “जिंक फुटबाल एक शानदार पहल है और ‘बेस्ट ग्रासरूट फुटबाल प्रोजेक्ट आफ ईयर’ पुरस्कार का सच्चा हकदार है। इस अकादमी के माध्यम से राजस्थान में फुटबाल के विकास में अतुलनीय योगदान दिया जा रहा है। हमें फुटबाल के विकास में हिंदुस्तान जिंक जैसे कई अन्य कॉरपोरेट घरानों की भागीदारी की जरूरत है।”