जापान ने सरकारी अधिकारियों पर साइबर सुरक्षा के कारण चीनी कंपनी के हुआवे और जेडटीई के टेलिकॉम उत्पादों के इस्तेमाल करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। खबरों के मुताबिक जापान ने आंतरिक सुरक्षा के कारण चीनी उत्पादों को प्रयोग में लाने पर पाबंदी लगाई है, यह रोक सोमवार से लागू हो जाएगी।
ख़बरों के मुताबिक अमेरिका ने अपने साझेदारो से इन दो कंपनियों के चीनी उत्पादों को उपयोग में लाने पर रोक लगाने का आग्रह किया था। यह कंपनियां साइबर हमले के लिए कई तरह के वायरस का इस्तेमाल करती है। ख़बरों के मुताबिक टेलिकॉम के आलावा इन दो कंपनियों के घरेलू इस्तेमाल के उत्पादों पर भी रोक लगाई गयी है। हालांकि चीनी क्रोध के कारण सरकार ने कंपनियों की पुष्टि नहीं की है।
रिपोर्ट के बाबत सरकार के वरिष्ठ प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि जापान साइबर सुरक्षा मसले पर अमेरिका के साथ कार्य कर रहा है। चीन ने कहा कि वह इन रिपोर्टों से खासा चिंतित है क्योंकि हावेई और जेडटीई का इस्तेमाल सालों से जापान में किया जा रहा है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि साझा हित और यकीन को कमजोर करने जैसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए। हाल ही मेंहावेई के वरिष्ठ अधिकारी को कनाडा में गिरफ्तार कर लिया गया था जिससे चीन कुढ़ गया है। अमेरिका को हावेई के ईरान पर लगाये पर्तिबंधों का उल्लंघन करने की खबर मिली थी, जिस पर अमेरिका ने जांच की थी। इस जांच के बाद हावेई के वित्त अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
यह कंपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे के कारण अभी अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग के जांच के घेरे में हैं। हावेई एक दशक से अधिक समय से वांशिगटन में जांच के घेरे में हैं। साथ ही हावेई ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड में 5 जी कॉन्ट्रैक्ट पर प्रतिबन्ध झेल रहा है। यह दोनों राष्ट्र पैसिफिक में अमेरिका के साझेदार है।