Fri. Jul 5th, 2024
    उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण

    उत्तर कोरिया परमाणु मिसाइल कार्यक्रमों के चलते जापान ने उस पर अधिक प्रतिबंधो को लगाया है। जापान ने उत्तर कोरिया के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों का विस्तार किया है। जापान पर नए प्रतिबंधों को लगाने का उद्देश्य उत्तर कोरिया के परमाणु व मिसाइल कार्यक्रमों पर दबाव बनाना है।

    जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने कहा है कि 9 संस्थाओं और व्यक्तियों की संपत्तियों को फ्रीज किया जाएगा। जापान अब चीन और रूस सहित कई देशो के 210 संगठन और लोगों को निशाने पर रखना चाह रही है। जापान द्वारा ब्लैकलिस्ट किए गए व्यवसायों में बैंक, कोयला और खनिज व्यापारियों और परिवहन फर्म शामिल है।

    उत्तर कोरिया मिसाइल से जापान को खतरा

    मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि सितंबर महीने में उत्तर कोरिया ने इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल को प्रक्षेपित किया था जो कि जापान के ऊपर से होकर निकली थी।

    जिसके बाद उत्तर कोरिया की ये मिसाइल जापानी सागर में गिर गई थी। इसलिए जापान के ऊपर अधिक प्रतिबंध लगाए जा रहे है। सुगा ने कहा कि उत्तर कोरिया की अधिक संपत्तियों को फ्रीज किया जाएगा।

    गौरतलब है कि जापान ने पहले से ही उत्तर कोरिया के ऊपर सख्त प्रतिबंधों को लगाया हुआ है। जिसमें उत्तर कोरिया के साथ व्यापारिक और बंदरगाह के इस्तेमाल पर रोक संबंधी प्रतिबंध शामिल है।

    उत्तर कोरिया के ऊपर संयुक्त राष्ट्र ने तो प्रतिबंध लगा ही रखे है लेकिन अमेरिका, दक्षिण कोरिया व जापान जैसे देशों ने भी उत्तर कोरिया के ऊपर एकतरफा प्रतिबंधों को लागू किया हुआ है। इसी क्रम में उत्तर कोरिया के दोस्त चीन ने भी उसके साथ अपने व्यापार को कम कर दिया है।

    शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक होने वाली है। इस बैठक से पहले ही जापान ने उत्तर कोरिया पर अधिक दबाव बनाने के लिए प्रतिबंध लगा दिए है। सुरक्षा परिषद की बैठक का उद्देश्य उत्तर कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों को रोकने के लिए शांतिपूर्ण तरीका खोजना है।