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    पाकिस्तान पीओके

    पाकिस्तान अब पाक-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आजाद पट्टन जलविद्युत परियोजना को साल 2022 तक पूरा करने की योजना बना रहा है। पीओके के सुधानोटी जिले में झेलम नदी पर स्थित पर पाकिस्तान द्वारा 700 मेगावाट की नई जलविद्युत परियोजना को करीब 1.51 अरब डॉलर की विदेशी वित्त पोषण से स्थापित किए जाने की योजना बनाई जा रही है।

    आजाद पट्टन जलविद्युत परियोजना इस्लामाबाद से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर झेलम नदी पर स्थित होगी। जानकारी के अनुसार ये परियोजना साल 2022 तक पूरा हो जाएगी जिसके लिए अधिकारियों ने 8.05 रुपये प्रति किलोवाट पर आयात शुल्क मांगने की तैयारी की है।

    राष्ट्रीय विद्युत पावर नियामक प्राधिकरण (नेपरा) के परियोजना दस्तावेजों के अनुसार यह परियोजना पावर जनरेशन 2002 नीति के तहत पाकिस्तान सरकार द्वारा निजी क्षेत्र के लिए विकसित की जाएगी।

    केन्द्रीय विद्युत खरीद एजेंसी (सीपीपीए-जी) ने इस प्रोजेक्ट के लिए बिजली खरीदने को लेकर 8.50 रूपये प्रति यूनिट की संदर्भ दर पर टैरिफ प्रस्तावित किया है। नेपरा ने शुक्रवार को सीपीपीए-जी आवेदन पर विचार करने की घोषणा की। इस मामले में 11 जनवरी, 2018 को इस्लामाबाद में सुनवाई होगी।

    इस परियोजना के लिए करीब 75 प्रतिशत (1.13 अरब डॉलर) ऋण विदेशों से लिया जाएगा और 25 प्रतिशत (379 मिलियन डॉलर) खुद के द्वारा वहन किया जाएगा। जलविद्युत परियोजना वैश्विक बिजली का लगभग 16 प्रतिशत योगदान देती है।

    भारत व पाकिस्तान के बीच जलविद्युत परियोजना को लेकर है तनाव

    गौरतलब है कि भारत व पाकिस्तान के बीच में छोटे और मध्यम स्तर की जलविद्युत और सिंचाई परियोजनाओं को लेकर काफी विरोध किया जाता रहा है।

    चीन सीपीईसी के जरिए पाक में कोयला आधारित परियोजना तो चला ही रहा है साथ ही पाकिस्तान में कुछ जलविद्युत परियोजना जैसे सुकी किनारी और करोट में भी निवेश कर रहा है।

    इसलिए भारत की कोशिश है कि पाकिस्तान की इन जलविद्युत परियोजना को रोक लिया जाए। पाकिस्तान व चीन अच्छी तरह से जानते है कि अगर भारत ने जल प्रवाह रोक दिया तो ये परियोजना खतरे में पड़ जाएगी। लेकिन अब एक बार फिर पाकिस्तान ने नई जलविद्युत परियोजना को बनाने का निर्णय किया है।