निवेशक भारतीय कंपनियों से जलवायु परिवर्तन के खतरे के बेहतर खुलासों की मांग कर रहे हैं। इन कंपनियों ने इंडिया इंक से बेहतर खुलासे किए हैं। सीडीपी इंडिया ने इन कंपनियों में 13 फीसदी की बढ़ोतरी देखी। इसमें रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड भी शामिल है, जिसने 2018 और 2019 के बीच जलवायु परिवर्तन प्रश्नावली का जवाब दिया।
इसके निष्कर्ष मुंबई में सोमवार को सीडीपी वार्षिक रिपोर्ट ‘क्लाइमेट एंड बिजनेस : पार्टनरशिप ऑफ द फ्यूचर’ में जारी की गई।
बढ़ती जलवायु सक्रियता और जलवायु को लेकर सचेत निवेशकों के बढ़ते समूह ने यह सुनिश्चित किया है कि शीर्ष प्रतिक्रिया देने वाली कंपनियों के लगभग सभी बोर्डो में अब समितियां है और जलवायु जोखिम पर ध्यान देने के लिए सदस्य नामित हैं।
बड़ी 58 कंपनियों में जलवायु से जुड़े मुद्दों पर बोर्ड के स्तर पर निगरानी है।
सीडीपी इंडिया के निदेशक दमनदीप सिंह ने कहा, “सैकड़ों निवेशक कंपनियों के साथ उनके जलवायु जोखिमों के खुलासे को लेकर उनके साथ लगे हैं और उन्हें बेहतर करने में सहयोग कर रहे हैं। यह कंपनियों को सिर्फ ग्रीन इन्नोवेशन से फायदा पहुंचा सकता है और हमारे पर्यावरण को साफ करने में सहायक होगा।”
दमनदीप सिंह ने आईएएनएस से कहा, “हमें खुशी है कि जियो उन कंपनियों के बढ़ते समूह में शामिल हो गया है जो अपने जलवायु जोखिम का मूल्यांकन कर रहे हैं और खुलासा कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में भी प्रमुख रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी भी खुलासा करेगी।