उत्तराखंड के लोकगीतों की श्रेणी में पहली बार एक ऐसा गीत नए रूप में लॉन्च होने जा रहा है, जिसमें आपको संपूर्ण देवभूमि के दर्शन हो जाएंगे। इस गीत के बोल हैं ‘जय जय हो देवभूमि’। उत्तराखंड के मशहूर लोकगायक दिवंगत गोपाल बाबू गोस्वामी द्वारा रचित मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने इसे सुरों में पिरोया है।
रमेश भट्ट ने इसका वीडियो ट्रेलर अपनी फेसबुक वाल पर शेयर किया। कुछ ही घंटों में इसे हजारों की तादाद में लोगों ने देखा है। दरअसल जितने सुंदर इस गीत के बोल हैं, उतना ही सुंदर इसका चित्रण है। गीत का ट्रेलर देखकर ही समझ आ जाता है कि पूरे गीत का फिल्मांकन बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया गया है।
गीत में उत्तराखंड के अध्यात्म, धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन के साथ ही संपूर्ण उत्तराखंड के सौंदर्य को दर्शाया गया है। उत्तराखंड के गढ़वाल, कुमाऊं और जौनसार बावर का बेहतरीन चित्रण इस गीत में है। देवभूमि के चारों धामों के साथ साथ गीत में तमाम छोटे-बड़े प्रसिद्घ सिद्घपीठों और पर्यावरणीय संतुलन का भी सजीव चित्रण है। गीत में उच्च हिमालयी क्षेत्र और यहां के जीवन के अद्भुत दर्शन होते हैं।
गीत को संगीत संजय कुमोला ने दिया है, जबकि इसका वीडियो निर्देशन अरविंद नेगी ने किया है। गीत में अभिनय खुद रमेश भट्ट ने किया है।
गायक रमेश भट्ट ने बताया, “उत्तराखंड के लोकगीत वर्षो से गाता आया हूं, लेकिन यह पहला मौका है जब किसी गीत को प्रोफेशनल तरीके से स्टूडियो में गाया है और इसका फिल्मांकन कर संगीत इंडस्ट्री में लॉन्च किया जा रहा है। इस गीत के माध्यम से दिवंगत गोपाल बाबू को मेरी श्रद्घाजंलि होगी।”