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    jayaprada for loksabha elections 2019

    समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक चुनावी रैली के दौरान पर जया प्रदा पर टिप्पणी की थी जिसके बाद जया ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, इससे सिद्ध होता हैं जैसा बाप वैसा बेटा।

    जया प्रदा, जो 2004 से 2014 तक समाजवादी पार्टी के सदस्य के रूप में सीट पर रही, मार्च महीने में भाजपा में शामिल हो गई और उन्हें उनके पूर्व संरक्षक के खिलाप खड़ा किया गया हैं। 23 अप्रैल को रामपुर में चुनाव होने हैं।

    आजम खान के बेटे ने बिना जया का नाम लिए कहा, “अली हमारे हैं और बजरंगबली हमारे हैं. हम अली चाहते हैं और हम बजरंग बली भी चाहते हैं। लेकिन हम आनरकली नही चाहते” जो पूर्व अभिनेत्र के साथ एक प्रसिद्ध नर्तक भी हैं।

    जया प्रदा ने चुनाव आयोग को इस टिप्पणी पर ध्यान देने का आहृन किया हैं, वैसी ही टिप्पणी उनके पिता के द्वारा भी की गई थी।

    जया प्रदा ने कहा- यह निश्चित नही किया जा सकता कि इस पर हंसे या रोए, “जैसा पिता वैसा बेटा”। अब्दुल्ला से यह उम्मीद नही की गई थी। वह एक पढ़े लिखे आदमी हैं। तुम्हारे पिता ने कहा था मैं आम्रपाली हूं और तुम ने कहा मैं आनारकली हूं। यह समाज की महिलाओं को आप ऐसे देखते हो?

    आजम खान के बेटे की टिप्पणी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बसपा प्रमुख मायावती द्वारा मुसलमानों को उनकी पार्टी और कांग्रेस के बीच अपने वोट न बंटने को कहा था।

    योगी आदित्यनाथ ने कहा था- अगर कांग्रेस, सपा और बसपा अली में भरोसा करती हैं, तो हम भी बजरंग बली पर भरोसा करते हैं।

    आजम खान ने भी पहले जया प्रदा पर लगतार बयान दिए थे, उन्होंने कहा- 10 सालों तक उस व्यक्ति ने रामपुर का खून चूसा, मैंने उस व्यक्ति का हाथ पकड़ा और उसे रामपुर तक लेकर आया। आपने उस व्यक्ति को 10 तक अपना प्रतिनिधि बनाया। मुझे 17 दिनों में यह एहसास हो गया था कि अंडरवियर खाकी रंग का हैं।

    बाद में उन पर 72 घंटों का प्रतिबंध लगा दिया था जिसके बाद उनके बेटे ने आरोप लगाया था कि वह मुसलमान हैं। एक मुकदमा उनके खिलाफ भी दर्ज किया गया था।

    जया प्रदा, जिनको 2010 में समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया गया था, इस पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि आजम खान के आदेश पर उनको परेशान किया जा रहा हैं।

    रामपुर के वर्तमान सांसद भाजपा के नेपाल सिंह हैं। उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटे हैं और यह आम चुनाव का महत्वपूर्ण युद्ध मैदान हैं। राज्य में सभी सात चरणों में मतदान होने हैं।

    23 मई को नतीजों की घोषणा होगी।

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