भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को मोस्को में स्थिति भारतीय दूतावास में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया था। जयशंकर आज दो दिन की अह्दिकारिक यात्रा पर रूस गए थे। इंडो पैसिफिक पर भारत के नजरिये के बाबत उन्होंने मोस्को के थिंक टैंक वल्दाई डिस्कशन क्लब को संबोधित किया था।
जयशंकर ने ट्वीट किया कि “मैं 40 साल पहले मास्को आया था। दुनिया बदल गई है लेकिन भारत-रूस संबंध आज भी पहले जितने ही मजबूत हैं।” जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि बदलती दुनिया से नई अवधारणाएं और दृष्टिकोण सामने आये हैं। वाल्डाई डिस्कशन क्लब’ में उनमें से एक अवधारणा हिंद-प्रशांत पर चर्चा हुई।
चार से छह सितंबर के बीच रूस के व्लादिवोस्तोक में पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक का आयोजन होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे।
दोनों नेताओं ने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मामलो पर चर्चा की थी, इसमें व्यापार, निवेश, सेना, विज्ञान और तकनीकी सहयोग शामिल है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि “उन्होंने रूस की आगामी ब्रिक्स की अध्यक्षता के बाबत भी चर्चा की थी साथ ही कई क्षेत्रीय मामलो पर भी चर्चा की थी। [इसके आलावा पर्शियन गल्फ में विकास और अफ्गंसितन के हालात के बारे में भी बातचीत की गयी थी।”
मई में पद संभालने के बाद से यह मॉस्को की जयशंकर की पहली यात्रा है। इस यात्रा के दौरान वह भारत-रूस आंतरिक सरकारी समिति-तकनीक और आंतरिक सहयोग की भी सह अध्यक्षता करेंगे।