कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी छतीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे चुनावी राज्यों में डरावने स्टार तक ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है जो कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में 10 अमित शाह हैं जो गुप्त रूप से ध्रुवीकरण कर रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव में अत्यंत खतरनाक स्तर का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश करती है और मौजूदा राज्य जहाँ विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां भी भाजपा यही कोशिश कर रही है। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने खतरनाक स्तर का ध्रुवीकरण किया था जिसका उसे फायदा मिला। अब पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी यही कर रही है।
जयराम ने आरोप लगाया कि भाजपा परोक्ष और अपरोक्ष दोनों रूप में ध्रुवीकरण करती है। जिस तरह की भाषा अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्तेमाल करते हैं वो परोक्ष ध्रुवीकरण है और अप्रत्यक्ष ध्रुवीकरण आरएसएस और इसके लोग उनकी बातों को फैला कर करते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तानाशाही का नया नाम अमित शाह है। उन्होंने कहा ‘हम सत्ता में रहे या ना रहे लेकिन हमें इस ध्रुवीकरण का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस ने आरएसएस से लम्बी लड़ाई लड़ी है।
रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर चुनाव प्रचार के दौरान तथ्यों और इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया। रमेश ने कहा कि ‘चुनाव प्रचार के दौरान वो (मोदी) प्रधानमंत्री नहीं रहते। जिस तरह से वो इतिहास को झुठलाते हैं और जिस तरह से वो अपने विरोधियों के खिलाफ उग्र होते हैं वो अजीब है’।
रमेश ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पांच राज्यों – मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेगी। सभी पांच राज्यों के नतीजे 11 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।