रणजी ट्रॉफी के फाइनल में गत चैंपियंस विदर्भ से मुकाबला करने से पहले, सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने भारतीय टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की टीम में अहमियत बतायी। उन्होंने कहा कि युवा टीम को सलाह देने के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज से बेहतर कोई नहीं हो सकता क्योंकि वह युवाओं के लिए एक सही मार्गदर्शक है। पुजारा को हाल में कर्नाटक के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में विवाद का सामना करना पड़ा था क्योंकि वह उस मैच में दो बार आउट हुए थे लेकिन अंपायर के गलत निर्णय की वजह से वह पिच पर बने रहे और ना ही वह खुद क्रीज छोड़कर गए।
उन्होने यूपी और कर्नाटक के खिलाफ क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल मैच में नाबाद पारिया खेली , जिसकी वजह से सौराष्ट्र की टीम रणजी ट्रॉफी के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर पायी।
जयदेव उनादकट ने बुधवार को पीटीआई से बात करते हुए कहा, “मैं यह लखनऊ में खेले गए उत्तरप्रदेश के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मैच से कहते आ रहा हूं, हमारी टीम में पुजारा के अलावा कोई भी ज्यादा प्रभाव नही डाल सकता। वह इस समय भारतीय राष्ट्रीय टीम के स्तंभ है, और बहुत लंबे समय से वह सौराष्ट्र के लिए भी एक मजबूत स्तंभ रहे है।”
उन्होने आगे कहा कि नॉकआउट मैचो में पुजारा की उपस्थिति से खिलाड़ी मैच में सही से अपना ध्यान लगा रहे है। फाइनल से पहले, सौराष्ट्र के खिलाड़ी के मानसिक स्थान का आनंद ले रहे है और उन्होने आगे कहा, ” हम भाग्यपूर्ण है कि वह हमारी टीम में है, इस समय अब नॉकआउट स्टेज में हम एक और बेहतरीन प्रदर्शन देना चाहते है। लेकिन यह कहते हुए उन्होने कहा यह सिर्फ उनके बारे में नही है, हर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेल रहा है। नॉकआउट के दौरान, घर से दूर, तुम्हे हर खिलाड़ी से प्रदर्शन की जरूरत होती है एक या दो खिलाड़ियो के करने से कुछ संभव नही होता और हम पिछले दो मैचो में ऐसा ही करते आए है।”
पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खत्म हुई टेस्ट सीरीज में 74 की औसत से 521 रन बनाए थे, जिसमें 3 शतक और एक अर्धशतक शामिल था।