भाजपा मंत्री जयंत सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष को बहस के लिए ललकारा एवं उन्हें चुनौती दी की ट्वीटर पर बहस ना करके सबके सामने एक राजनैतिक बहस कि जाए जिसमें सिर्फ वो दोनों सम्मिलित हो।
मामला कुछ इस प्रकार हैं, झारखंड में हुए हत्याकांड में शामिल 11 व्यक्तियों को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सज़ा का ऐलान हुआ था।
इस फैसले को चुनौती देते हुए सभी 11 दोषियों ने झारखंड हाई कोर्ट में जा कर अपील दे दी जिसमें आठ को बेल मिल गई इसके तुरंत बाद ही आठ दोषी केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा से मिलने उनके आवास पहुँचते हैं। जहाँ जयंत सिन्हा उनका माला पहना के स्वागत करते हैं।
इसके बाद तो विपक्ष एवं अन्य पार्टी के नेताओ ने उन्हें घेरते हुए उनके इस रवैये की कड़ी आलोचना की। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तो जैसे उनके खिलाफ जंग ही छेड़ दी है। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने उनके खिलाफ एक ऑनलाइन पीटिशन जारी की जिसमें उनकी हावर्ड के पूर्व छात्र के ओहदे को रद्द करने की जनता से मांग की हैं एवं उनकी इस मुहिम में साथ देने की मांग की हैं।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने राहुल गांधी को खुली चर्चा के लिए आमंत्रित कर इस मामले को आमने सामने निपटाने की दलील की हैं। इस बात पर यशवंत सिन्हा ने भी अपने बेटे (जयंत सिन्हा) की कड़ी निंदा करी हैं। कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए जयंत सिन्हा को नक्सलवाद एवं गुंडा राज का समर्थक करार करते हुए उन को बर्खास्त करने की मांग की हैं।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी जयंत सिन्हा कि इस चुनौती का जवाब कैसे देते हैं। इस बात पर अभी तक प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कि भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई हैं और इस बात पर कांग्रेस ने उनसे भी जवाब मांगा हैं।