जम्मू और कश्मीर सरकार शनिवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर नागरिक यातायात की आवाजाही पर लगे प्रतिबंध में ढील दी है, जिसे पुलवामा हमले के बाद इस महीने की शुरुआत में सुरक्षा बलों की सुरक्षित आवाजाही के लिए लगाया गया था।
राज्य सरकार ने कहा कि यह फैसला इसलिए किया गया है, क्योंकि राज्य के कुछ हिस्सों में मतदान समाप्त हो जाने के बाद सुरक्षा बलों की जरूरत अब कम हो गई है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा स्थानीय प्रशासन और पुलिस सरकारी जेकेएसआरटीसी की बसों को प्रतिबंध की अवधि में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने की अनुमति देने की संभावना पर विचार करेंगे।
उन्होंने कहा, “सरकार ने पहले लगाए गए परिवहन प्रतिबंधों में आंशिक रूप से राहत देने का फैसला किया है।”
प्रवक्ता ने कहा कि राजमार्ग पर लगे प्रतिबंध को पूरी तरह से हटाने पर 6 मई को चुनाव के आखिरी चरण के बाद ही विचार किया जाएगा।
जम्मू एवं कश्मीर में 300 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर नागरिकों के लिए यातायात पर प्रतिबंध 7 अप्रैल से 31 मई तक लगाया गया है।