संदिग्ध आतंकवादियों ने शुक्रवार को बारामूला जिले के पट्टन इलाके में एक स्वतंत्र सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी। पिछले कई दिनों से आतंकवादी गुट नागरिकों पर अपने हमले जारी रखा हुआ है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 13 दिनों में यह तीसरी हत्या है जिसे टार्गेटेड हत्या बताया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान और एक हिंदू राजपूत का हत्या हुआ है।
पुलिस ने कहा कि पट्टन के गोशबुग इलाके के मंजूर अहमद बांगरू का गोलियों से छलनी शव एक बाग में पड़ा था और उसमें से खून टपक रहा था। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस हत्या के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी करने के लिए दौड़ लगा कर पीछा करने की कोशिश किया। लेकिन हत्या करने वाले भागने में सफल रहा।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 13 दिनों में सातवीं हमले की निंदा किया। उन्होंने अपराधियों को दंडित करने का आश्वासन देते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
उपराज्यपाल का कार्यालय, जम्मू-कश्मीर ने अपने आदिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी सांझा किया है, ‘सरपंच मंजूर अहमद बांगरू पर हुए आतंकी हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। इस घृणित कार्य के दोषियों को दंडित किया जाएगा। इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।’
I strongly condemn the terror attack on Sarpanch, Manzoor Ahmad Bangroo. Perpetrators of this despicable act shall be punished. My deepest condolences to the bereaved family in this hour of grief.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) April 15, 2022
सरपंच की हत्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू के सांबा जिले में 30,000 सरपंचों, पंचों और अन्य जन- प्रतिनिधियों को संबोधित करने से एक हफ्ते पहले हुई है। पीएम मोदी 24 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर आने वाले हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार का हमला पिछले 13 दिनों में सातवां है। पिछले हमलों में आतंकवादियों ने पहले गैर-स्थानीय मजदूरों, अल्पसंख्यक सदस्यों और सीआरपीएफ कर्मियों को निशाना बनाया था। लेकिन इस बार वे फिर से राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर घातक हमले करने के लिए लौट आए हैं।