लोक सभा चुनाव से पहले बुधवार को जनमत सर्वेक्षण जारी किया गया और इसके अनुसार, ये खुलासा हुआ कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को विपक्षियों के गठबंधन द्वारा कुचला जा सकता है।
‘द इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स मूड ऑफ द नेशन’ की जनमत सर्वेक्षण में भविष्यवाणी की गई है कि मोदी की भाजपा और उसके सहयोगी के पास मौजूद सीटों की संख्या 2014 के पिछले चुनाव में जीते गए 73 में से सिर्फ 5 तक ही गिरकर रह जाएंगी अगर अधिकांश विपक्षी दल जिसमे कांग्रेस भी शामिल है, अगर वे मोदी के खिलाफ एकजुट हो जाये तो।
इसका मतलब है कि उन्हें प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा से लड़ने के लिए केवल एक विपक्षी उम्मीदवार पर सहमत होना होगा।
हाल ही में, तीन क्षेत्रीय पार्टी से बना गठबंधन जिसमे कांग्रेस शामिल नहीं है, वे 58 सीट जीत सकता है। बीजेपी और उसके सहयोगी उस परिदृश्य में 18 सीटें जीतेंगे और कांग्रेस के पास 4 सीटें होंगी।
लोक सभा में उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं। उतनी इस देश में किसी भी राज्य के पास नहीं है। और ये राज्य केंद्र में सरकार बनाने में भी काफी मदद करता है।
सर्वेक्षण के लिए उत्तर प्रदेश में कुल 2,478 लोगों को चुना गया, जिनकी आबादी लगभग 22 करोड़ है।